
पृथ्वी पर मौजूद कौन-कौनसी गैसें दूसरे ग्रहों पर भी पाई गई हैं?
क्या है खबर?
दुनिया की कई अंतरिक्ष एजेंसियों ने अब तक सौरमंडल में मौजूद कई ग्रहों और उनके चंद्रमाओं का अध्ययन किया है।
इन अध्ययनों में न सिर्फ खनिज संसाधनों की जानकारी मिली है, बल्कि वहां मौजूद गैसों के बारे में भी बातें सामने आई हैं।
वैज्ञानिक इन सूचनाओं की मदद से यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या किसी अन्य ग्रह पर भी जीवन की संभावना है।
आइए जानते हैं कौन-कौन सी गैसें दूसरी दुनिया में भी मौजूद हैं।
कार्बन डाइऑक्साइड
मंगल, शुक्र और टाइटन पर मिलीं पृथ्वी जैसी गैसें
मंगल ग्रह के वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड सबसे ज्यादा पाई गई, जो मार्स रोवर मिशनों के दौरान पता चली।
टाइटन (शनि का चंद्रमा) पर नाइट्रोजन की भरपूर मात्रा मिली, जो 2005 में कैसिनी-ह्यूजेंस मिशन से सामने आई। वहीं, मीथेन मंगल और टाइटन दोनों पर है।
यूरोपा और गैनिमीड जैसे चंद्रमाओं पर बहुत थोड़ी मात्रा में ऑक्सीजन मिली है। ये सभी गैसें पृथ्वी पर भी पाई जाती हैं और जीवन के लिए अहम मानी जाती हैं।
हाइड्रोजन
गैस दानव ग्रहों में पाई गई हाइड्रोजन और हीलियम
बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून जैसे गैस दानव ग्रहों में हाइड्रोजन और हीलियम की अधिकता है। ये सभी गैसें पृथ्वी पर भी मौजूद हैं, लेकिन बहुत कम मात्रा में।
बृहस्पति के वातावरण में आर्गन और मीथेन भी पाई गई हैं, जिनका पता गैलीलियो मिशन (1995) के दौरान चला था।
वैज्ञानिकों का मानना है कि ये गैसें ग्रहों की बनावट और उनके विकास की प्रक्रिया को समझने में बहुत मदद करती हैं।
संभावना
इन गैसों से जीवन की संभावना का आंकलन
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, पृथ्वी पर मौजूद कई गैसें दूसरे ग्रहों या चंद्रमाओं पर भी पाई गई हैं।
हालांकि, इनमें से किसी भी जगह पर ये गैसें इतनी मात्रा में नहीं हैं कि वहां जीवन को समर्थन मिल सके। फिर भी यह एक संकेत जरूर है कि जीवन से जुड़े तत्व सौरमंडल में फैले हुए हैं।
वैज्ञानिक अब इन गैसों की उत्पत्ति और बदलाव को समझकर भविष्य में इंसानों के रहने लायक स्थानों की तलाश में लगे हैं।