नासा के पर्सीवरेंस रोवर ने मंगल ग्रह पर शुरू की अपनी सबसे कठिन चढ़ाई
अंतरिक्ष एजेंसी नासा का पर्सीवरेंस रोवर लंबे समय से मंगल ग्रह से नई-नई जानकारी पृथ्वी पर भेज रहा है। रोवर मंगल ग्रह पर अब एक चुनौतीपूर्ण नए मिशन पर है। यह 3.5 साल तक इसके तल की खोज करने के बाद जेजेरो क्रेटर के किनारे पर अपनी चढ़ाई शुरू कर रहा है। लाल ग्रह पर रोवर को इस मिशन के दौरान सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण इलाकों को देखना पड़ सकता है।
रोवर के लिए ऐसे कठिन होगी चढ़ाई
यह यात्रा कठिन होगी, क्योंकि रोवर को चट्टानी इलाकों और 23 डिग्री तक की ढलानों का सामना करना पड़ेगा। पर्सीवरेंस रोवर ने बीते दिन (27 अगस्त) जेजेरो क्रेटर के रिम पर चढ़ाई शुरू की है। इस चढ़ाई का उद्देश्य 1,000 फुट के क्रेटर के शिखर तक पहुंचना है। क्रेटर के तल की खोज के दौरान रोवर ने 22 नमूने एकत्र किए हैं। अब तक मिले साक्ष्यों के अनुसार, जेजेरो क्रेटर पहले पानी में डूबा हुआ क्षेत्र था।
क्या है मिशन का उद्देश्य?
क्रेटर के किनारे पर मौजूद चट्टानें मंगल और पृथ्वी जैसे चट्टानी ग्रहों के निर्माण के बारे में जानकारी दे सकती हैं। इस मिशन के तहत टीम क्रेटर के शीर्ष पर जिन क्षेत्रों का अध्ययन करना चाहती है, उनका नाम 'पिको टर्क्विनो' और 'विच हेजल हिल' है। नासा को मंगल ग्रह की परिक्रमा करने वाले उपकरणों से प्राप्त तस्वीरों से संकेत मिलता है कि पिको टर्क्विनो में प्राचीन दरारें हैं, जो सुदूर अतीत में हाइड्रोथर्मल गतिविधि के कारण हो सकती हैं।