भारत के चार सबसे पुराने बाजार, जो हैं खरीददारों की पहली पसंद
कई सालों से भारत के कुछ बाज़ार ऐसे है, जो आज भी अपना अस्तित्व बनाए हुए हैं। हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि इन बाज़ारों का स्वरूप और महत्व आज भी पहले जितना ही है। जहां से आपको खरीदारी के लिए कई वैरायटी मिल सकती हैं। यदि आप घूमनें के लिए इन शहरों में जा रहे हैं, तो वहां के इन बाज़ारो का लुत्फ जरुर उठाएगा। तो आइए जानें कि वो बाज़ार किन-किन शहरों में मौजूद हैं।
दिल्ली: चांदनी चौक मार्केट
खरीदारी के लिए यह सबसे उपयुक्त स्थान है। भारी जनसंख्या वाला यह बाज़ार तीन शताब्दियों से अधिक समय से यहां मौजूद है, जहां तुर्की, चीन और हॉलैण्ड तक से व्यापारी आया करते थे। ऐसे में पुरानी मार्केट का जिक्र हो और चांदनी चौक का नाम न आए हो ही नहीं सकता, क्योंकि ये मार्केट जरूरत के सारे सामान से लेकर फैशन तक के सामानों की सबसे बड़ी मार्केट हैं। इसी वजह से इस मार्केट का अस्तित्व आज भी मौजूद है।
मैसूर: देवराजा मार्केट
अगर आप मैसूर घूमनें जा रहे हैं तो एक बार इस बाजार का रुख जरूर करें। इस बाजार का इतिहास उतना ही पुराना है जितना कि मैसूर का इतिहास। कहते हैं कि इस बाजार की शुरुआत 1868 से 1894 के बीच में हुई थी।
कोलकाता: बड़ा बाजार
बड़ा बाजार कोलकाता का सबसे प्राचीन बाजार है, जिसकी तुलना आप दिल्ली के चांदनी चौक से कर सकते हैं। यहां हर एक सामान के लिए अलग-अलग गलियां हैं। मसालों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स, कॉस्मेटिक्स, जूलरी, खिलौने और घर सजावट का हर एक सामान यहां आपको मिल सकता है। इसके अलावा दीवाली के दौरान तो इस बाजार की रौनक देखनी तो बनती है, क्योंकि पूरा बाजार दियों और रंग-बिरंगे लाइटों से सज जाता है।
गोवा: अंजुना मार्केट
अंजुना पिस्सू बाजार गोवा के सबसे खूबसूरत बाजारों में से एक हैं, यह बाजार गोवा में साप्ताहिक रूप से लगता हैं। बाजार में आने वाले पर्यटकों को हैंडीक्राफ्ट, फुटवियर, वॉल हैंगिंग, मसाले झूला और बेहतरीन कपड़ो का कलेक्शन भी यहां मिल जाएगा। पर्यटक और स्थानीय लोग अंजुना पिस्सू बाजार में भारी संख्या में आते हैं। इसके अलावा आप बाजार में मोल-भाव भी कर सकते हैं और उचित मूल्य पर खरीदारी कर सकते हैं।