NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / ISRO का स्पेडेक्स मिशन क्या है? जानिए इसका उद्देश्य और जरुरी बातें
    अगली खबर
    ISRO का स्पेडेक्स मिशन क्या है? जानिए इसका उद्देश्य और जरुरी बातें
    ISRO स्पेडेक्स मिशन को लॉन्च करने के लिए तैयार है

    ISRO का स्पेडेक्स मिशन क्या है? जानिए इसका उद्देश्य और जरुरी बातें

    लेखन बिश्वजीत कुमार
    Dec 30, 2024
    02:21 pm

    क्या है खबर?

    भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) आज (30 दिसंबर) रात 09:58 बजे अपने महत्वाकांक्षी स्पेडेक्स मिशन को लॉन्च करने के लिए तैयार है।

    आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV-C60 रॉकेट के माध्यम से इसे लॉन्च किया जाएगा। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष डॉकिंग क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण कदम है।

    स्पेडेक्स मिशन का उद्देश्य भारत को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में एक नई ऊंचाई तक पहुंचाना है, जो भविष्य के मिशनों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।

    उद्देश्य 

    स्पेडेक्स मिशन का उद्देश्य 

    ISRO का स्पेडेक्स मिशन भारत को अंतरिक्ष डॉकिंग क्षमताओं वाले देशों के विशिष्ट समूह में शामिल करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।

    इस मिशन में 2 सैटेलाइट SDX01 (चेजर) और SDX02 (टारगेट) को 470 किलोमीटर ऊंचाई पर पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में तैनात किया जाएगा।

    इसका मुख्य उद्देश्य मिलन, डॉकिंग और अनडॉकिंग तकनीकों का परीक्षण करना है। यह मिशन भविष्य के चंद्रयान-4 जैसे मिशनों के लिए आवश्यक स्वायत्त डॉकिंग तकनीक को विकसित करने का आधार तैयार करेगा।

     प्रक्रिया 

    डॉकिंग की प्रक्रिया और तकनीकी पहलू

    डॉकिंग प्रक्रिया में 2 सैटेलाइट्स को ठीक से पास लाकर जोड़ना शामिल है। स्पेडेक्स में चेजर और टारगेट सैटेलाइट धीरे-धीरे 20 किलोमीटर की दूरी से करीब आकर 3 मीटर तक पहुंचेंगे।

    सटीकता के लिए डिफरेंशियल GNSS-आधारित सैटेलाइट पोजिशनिंग सिस्टम (SPS) का उपयोग किया गया है, जिसमें RODP प्रोसेसर सैटेलाइट्स की स्थिति और वेग की गणना करता है।

    VHF/UHF ट्रांसीवर सैटेलाइट के बीच डाटा का आदान-प्रदान सुनिश्चित करते हैं। यह प्रणाली स्पैडेक्स को छोटे लेकिन महत्वपूर्ण अंतरिक्ष डॉकिंग मिशन बनाती है।

    महत्व

    स्पेडेक्स मिशन की उपलब्धियां और महत्व

    स्पेडेक्स मिशन भारत को अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक में महारत हासिल करने वाले देशों की श्रेणी में ला सकता है।

    यह तकनीक अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों के पास ही है। छोटे सैटेलाइट्स और सीमित संसाधनों के बावजूद, ISRO ने उच्च सटीकता के साथ डॉकिंग के लिए यह अनूठा प्रयास किया है।

    यह मिशन भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए आवश्यक तकनीकी आधार तैयार करेगा। इसके साथ ही, यह भारत की अंतरिक्ष तकनीक में आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देगा।

     तैयारियां 

    लॉन्च तैयारियां और प्रक्रिया 

    स्पेडेक्स सैटेलाइट्स का विकास ISRO के UR राव सैटेलाइट सेंटर (URSC) में किया गया है।

    इनका एकीकरण और परीक्षण बैंगलोर में हुआ, जबकि लॉन्च के लिए अंतिम तैयारी आंध्र प्रदेश के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSP) में की गई।

    मिशन के कक्षीय चरण का प्रबंधन ISTRAC द्वारा किया जाएगा, जिसे विभिन्न ग्राउंड स्टेशनों का समर्थन प्राप्त है। लॉन्च के हर चरण को सुनिश्चित करने के लिए ISRO ने सभी तकनीकी और संरचनात्मक पहलुओं की गहन समीक्षा की है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    ISRO
    अंतरिक्ष
    अंतरिक्ष अभियान

    ताज़ा खबरें

    IPL 2025: MI बनाम DC मैच में ये खिलाड़ी रहा 'प्लेयर ऑफ द डे' IPL 2025
    IPL 2025: MI ने DC को दी करारी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025
    IPL 2025: MI ने DC को हराते हुए प्लेऑफ में किया प्रवेश, ये बने रिकॉर्ड्स IPL 2025
    IPL 2025: सूर्यकुमार यादव ने जड़ा अर्धशतक, लगातार 13वीं टी-20 पारी में 25+ रन बनाए IPL 2025

    ISRO

    शुक्रयान मिशन की ये जानकारियां अब तक आ चुकी हैं सामने अंतरिक्ष
    ISRO का PSLV-C37 पृथ्वी पर आया वापस, अटलांटिक में गिरा मलबा अंतरिक्ष
    भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन को इस तरह किया जाएगा तैनात, ISRO ने बताई पूरी योजना अंतरिक्ष
    चंद्रयान-1 मिशन: आज से 16 साल पहले हुआ था लॉन्च, जानिए क्या कुछ खोज की अंतरिक्ष

    अंतरिक्ष

    प्रोबा-3 मिशन आज लॉन्च करेगा ISRO, यहां जानिए इससे जुड़ी खास बातें ISRO
    ISRO प्रोबा-3 मिशन आज करेगा लॉन्च, ऐसे देख सकेंगे आप इसे लाइव ISRO
    प्रोबा-3 मिशन का लॉन्च टला, ISRO ने दी ये जानकारी ISRO
    ISRO और ESA के प्रोबा-3 मिशन के दोनों सैटेलाइट क्या काम करेंगे? ISRO

    अंतरिक्ष अभियान

    वैज्ञानिकों ने की कई प्राचीन तारों की खोज, गैया मिशन के डाटा का हुआ उपयोग अंतरिक्ष
    नासा इन 4 लोगों को अंतरिक्ष में भेजेगा, अगले साल होगा मिशन नासा
    अंतरिक्ष में कौन-कौन से जानवर जा चुके हैं? अंतरिक्ष
    नासा-ISRO का साझा मिशन एक्सिओम-4 देरी से होगा लॉन्च, जानिए वजह नासा
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025