नासा-ISRO का साझा मिशन एक्सिओम-4 देरी से होगा लॉन्च, जानिए वजह
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और अंतरिक्ष एजेंसी नासा अमेरिकी अंतरिक्ष कंपनी एक्सिओम स्पेस के साथ मिलकर एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च करने की तैयारी कर रही हैं। इस मिशन को इसी साल अक्टूबर में लॉन्च किया जाना था, लेकिन नासा के अधिकारियों ने अब कहा है कि यह मिशन 2025 में लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन के लिए ISRO के अंतरिक्ष यात्री वर्तमान में नासा में ट्रेनिंग ले रहे हैं।
क्यों हुई इस मिशन में देरी?
नासा के अधिकारियों ने बयान में कहा है कि एक्सिओम-4 चालक दल के सदस्यों को बहुपक्षीय चालक दल संचालन पैनल द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरने की मंजूरी मिलनी बाकी है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के अनुसार, यह पैनल पेशेवर चालक दल सहित ISS पर जाने वाले सभी अंतरिक्ष यात्रियों को मंजूरी देता है। यही पैनल यह भी तय करता है कि किसी मिशन पर गए कौन से अंतरिक्ष यात्री कौन-सा काम करेंगे।
क्या है एक्सिओम-4 मिशन?
एक्सिओम-4 मिशन के तहत 4 अंतरिक्ष यात्री ISS पर जाएंगे, जिसमें 1 यात्री ISRO के हैं। इस मिशन में एक्सिओम स्पेस से पैगी व्हिटसन, ISRO से शुभांशु शुक्ला, ESA से स्लावोज उज्नान्स्की और हंगरी अंतरिक्ष एजेंसी हुनर से टिबोर कपू शामिल होंगे। चुने गए इन सभी सदस्यों को उड़ान के कई घंटे का अनुभव है। एक्सिओम-4 मिशन को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर में लॉन्च परिसर 39A से स्पेस-X के फाल्कन 9 रॉकेट का उपयोग करके लॉन्च किया जाएगा।