एलन मस्क की धमकी से 'डरी' ट्विटर, स्पैम बॉट्स से जुड़ा डाटा सौंपने को राजी
अमेरिकी अरबपति और टेस्ला CEO एलन मस्क माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर खरीदना चाहते हैं और इस डील के लिए निवेश जुटा रहे हैं। हालांकि, बीते दिनों मस्क ने ट्विटर के रवैये को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि वे यह डील ड्रॉप कर सकते हैं। मस्क ने कंपनी से स्पैम बॉट अकाउंट्स से जुड़ा डाटा मांगा था, जिसे लेकर उन्होंने डील होल्ड कर रखी है। हालांकि, अब ट्विटर यह डाटा मस्क को देने के लिए राजी हो गई है।
मस्क को दिया जाएगा 'फायरहोज' डाटा का ऐक्सेस
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क को आखिरकार जरूरी प्लेटफॉर्म डाटा का ऐक्सेस दिया जाएगा, जिससे स्पैम बॉट्स से जुड़ी उनकी चिंता दूर हो जाए। ट्विटर के 'फायरहोज' API में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किए जाने वाले हर ट्वीट से जुड़ा रॉ डाटा सेव रहता है। मस्क के रिप्रेजेंटेटिव ने फाइलिंग में कहा था, "ट्विटर की ओर से कंपनी के टेस्टिंग मेथड्स से जुड़ी जानकारी देने का नया ऑफर मस्क की मांग को ठुकराने का नया तरीका भर है।"
मस्क ने दी थी डील ड्रॉप करने की धमकी
6 जून को एलन मस्क ने कहा था कि अगर ट्विटर उन्हें स्पैम बॉट्स से जुड़ी जानकारी नहीं देती, तो डील नहीं होगी। मस्क ने आरोप लगाया था कि प्लेटफॉर्म पर करीब 20 प्रतिशत स्पैम अकाउंट्स हैं, वहीं ट्विटर का आंकड़ा कहता है कि ऐसे अकाउंट्स की संख्या केवल पांच प्रतिशत है। एलन मस्क ने वादा किया है कि ट्विटर का मालिकाना हक मिलने के बाद स्पैम बॉट अकाउंट्स से निपटना उनकी प्राथमिकता होगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क साल 2021 में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEO बन गए हैं। फॉर्च्यून 500 मैगजीन के मुताबिक, पिछले साल मस्क को सैलरी के तौर पर 23.5 अरब डॉलर (करीब 1,82,576 करोड़ रुपये) मिले।
कंपनी को भेजा गया था डील से जुड़ा लेटर
मस्क ने कंपनी को एक लेटर भेजकर कहा था कि स्पैम और फेक अकाउंट्स से जुड़ा डाटा ना सौंपे जाने की स्थिति में वह डील ड्रॉप कर देंगे। लेटर में कहा गया था कि ट्विटर मस्क का सहयोग नहीं कर रही है, ऐसे में उनके पास मर्जर एग्रीमेंट रद्द करने से जुड़े अधिकार हैं। बता दें, मस्क ने ट्विटर से स्पैम अकाउंट्स का डाटा मांगा था और कहा था कि कंपनी की ओर से दिया गया आंकड़ा सही नहीं है।
आखिर फाइनल होगी 44 अरब डॉलर की डील
ट्विटर आखिरकार मस्क के साथ डाटा शेयर करने को राजी हो गई है, जिसके बाद डील फाइनल होने में ज्यादा वक्त नहीं लगना चाहिए। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, ट्विटर के लीगल हेड विजय गड़े ने कर्मचारियों से कहा है कि मस्क के साथ डील सही दिशा में आगे बढ़ रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्विटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की ओर से प्रॉक्सी को अनुमति मिलने का इंतजार कर रही है, जिसके बाद इसे शेयरहोल्डर्स को भेजा जाएगा।
स्पैम बॉट अकाउंट्स पर क्यों अटकी है डील?
बीते दिनों ट्विटर फाइलिंग में सामने आया कि 22 करोड़ से ज्यादा यूजर्स वाले इस प्लेटफॉर्म पर फेक और स्पैम अकाउंट्स की संख्या पांच प्रतिशत से कम है। वहीं, मस्क का मानना है कि प्लेटफॉर्म पर फेक और स्पैम अकाउंट्स इससे कहीं ज्यादा हैं। यही वजह है कि मस्क डील फाइनल होने से पहले तय करना चाहते हैं कि ट्विटर के सक्रिय और ऑथेंटिक यूजर्स की संख्या कितनी है। इस आंकड़े के साथ ट्विटर को मॉनिटाइज किया जा सकेगा।