एलन मस्क ड्रॉप कर सकते हैं ट्विटर डील, स्पैम अकाउंट्स से जुड़े डाटा पर फंसा मामला
दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क लंबे वक्त से माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर के साथ डील क्लोज होने का इंतजार कर रहे हैं। अब मस्क ने कंपनी को एक लेटर भेजकर कहा है कि स्पैम और फेक अकाउंट्स से जुड़ा डाटा ना सौंपे जाने की स्थिति में वह डील ड्रॉप कर देंगे। बता दें, स्पैम अकाउंट्स के चलते ही मस्क ने बीते दिनों डील होल्ड की थी और ट्विटर से स्पष्टीकरण मांग रहे थे।
कंपनी नहीं कर रही है मस्क का सहयोग
लेटर में कहा गया है कि ट्विटर मस्क का सहयोग नहीं कर रही है, ऐसे में उनके पास मर्जर एग्रीमेंट रद्द करने से जुड़े अधिकार हैं। मार्च में मस्क ने कहा था कि वे ट्विटर के साथ डील कुछ वक्त के लिए होल्ड कर रहे हैं। मस्क ने ट्विटर से स्पैम अकाउंट्स का डाटा मांगा था और कहा था कि कंपनी के दावे के हिसाब से ऐसे अकाउंट्स की संख्या पांच प्रतिशत से कम है, जो आंकड़ा सही नहीं है।
इसलिए फैसला बदल सकते हैं एलन मस्क
लेटर में कहा गया है कि मस्क सोशल मीडिया कंपनी से पारदर्शिता की उम्मीद करते हैं। इसके मुताबिक, "मस्क का मानना है कि ट्विटर का पारदर्शिता से इनकार करना मर्जर एग्रीमेंट पर सहमति से इनकार दिखाता है। शक पैदा होता है कि कंपनी डाटा से जुड़ी रिक्वेस्ट इसलिए नहीं मान रही क्योंकि मस्क का खुद का एनालिसिस इस डाटा में मौजूद खामियां सामने ला सकता है।" मस्क की मानें तो ट्विटर उनके सूचना संबंधी अधिकारों का हनन कर रही है।
न्यूजबाइट्स प्लस
दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क साल 2021 में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEO बन गए हैं। फॉर्च्यून 500 मैगजीन के मुताबिक, पिछले साल मस्क को सैलरी के तौर पर 23.5 अरब डॉलर (करीब 1,82,576 करोड़ रुपये) मिले।
स्पैम अकाउंट्स हटाना मस्क की प्राथमिकता
ट्विटर के साथ डील करते वक्त मस्क ने वादा किया था कि प्लेटफॉर्म से सभी स्पैम और फेक अकाउंट्स को हटाया जाएगा। हालिया ट्विटर फाइलिंग में सामने आया है कि 22 करोड़ से ज्यादा यूजर्स वाले इस प्लेटफॉर्म पर फेक और स्पैम अकाउंट्स की संख्या पांच प्रतिशत से कम है। अपने ट्वीट में मस्क ने साफ कहा है कि वे डील क्लोज करने से पहले इससे जुड़ी ज्यादा जानकारी जुटाना चाहते हैं और दावे की सच्चाई को परखना चाहते हैं।
क्या होते हैं स्पैम बॉट्स या फेक अकाउंट्स?
स्पैम बॉट्स और फेक अकाउंट्स किसी यूजर या उसकी पहचान से नहीं जुड़े होते। इनकी मदद से ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर गलत ढंग से ऐक्टिविटी को बूस्ट किया जा सकता है। ये अकाउंट्स बल्क में किसी ट्रेंड या ऐक्टिविटी को सपोर्ट कर असली यूजर्स को भ्रमित करने का काम करते हैं। कंपनी पॉलिसी के मुताबिक, ऐसी एक्टिविटी को प्लेटफॉर्म मैन्युपुलेशन कहा जाता है और यूजर्स के लिए असली या नकली में अंतर करना मुश्किल हो जाता है।
डील के लिए निवेश जुटा रहे थे मस्क
बीते दिनों US SEC फाइलिंग से पता चला कि मस्क ने अपने दोस्तों और दूसरे निवेशकों के साथ मिलकर 7.15 अरब डॉलर की इक्विटी सिक्योर कर ली है, जिसके साथ वे ट्विटर खरीद सकते हैं। ट्विटर खरीदने के लिए मस्क को ऑरेकल को-फाउंडर लैरी एलिसन की ओर से 1 अरब डॉलर और हनीकॉम्ब के असेट मैनेजमेंट की ओर से 50 लाख डॉलर मिले हैं। बता दें, हनीकॉम्ब असेट मैनेजमेंट ने मस्क की कंपनी स्पेस-X में भी निवेश किया है।