ट्वीटडेक बनाई जा रही है सब्सक्रिप्शन आधारित सर्विस, सिर्फ ये यूजर्स कर पाएंगे इस्तेमाल
क्या है खबर?
एलन मस्क की सोशल मीडिया कंपनी X (पूर्व में ट्विटर) ट्वीटडेक को आधिकारिक तौर पर शुल्क आधारित सर्विस बनाने के करीब है। ट्विटर की रीब्रांडिंग के बाद ट्वीटडेक को अब X प्रो नाम से जाना जाता है।
सोशल मीडिया कंसल्टेंट मैट नवारा सहित कई यूजर्स का कहना है कि जब वे ट्वीटडेक को लोड करने का प्रयास कर रहे हैं तो उन्हें X प्रीमियम (पूर्व में ट्विटर ब्लू) के सब्सक्रिप्शन पेज पर रीडायरेक्ट किया जा रहा है।
घोषणा
मस्क ने पहले ही की थी घोषणा
X ने 3 जुलाई को ही ट्वीटडेक के नए वर्जन की घोषणा की थी और कहा था कि नए ट्वीटडेक का उपयोग सिर्फ वेरिफाइड यूजर्स ही कर सकेंगे।
X ने नए वर्जन को लगभग 30 दिन में लॉन्च किए जाने की बात कही थी।
कई अकाउंट्स और एक से अधिक कस्टम फीड को एक साथ सपोर्ट करने की ट्वीटडेक की क्षमता ने इसे पत्रकारों और अन्य लोगों के लिए एक शक्तिशाली और उपयोगी टूल बनाया था।
ट्वीटडेक
क्या है ट्वीटडेक?
ट्वीटडेक X यूजर्स के लिए एक सोशल मीडिया डैशबोर्ड ऐप है, जो यूजर्स को कई अकाउंट्स से ट्वीट करने की अनुमति देती है।
नए वर्जन वाले ट्वीटडेक में यूजर्स स्पेस, वीडियो डॉकिंग, पोल और सभी कंपोजर फंक्शन का उपयोग कर सकेंगे।
अभी तक ट्विटर यूजर्स इस ऐप का उपयोग फ्री में कर पा रहे थे, लेकिन अब इसका उपयोग करने के लिए उन्हें ब्लू सब्सक्रिप्शन के रूप में भुगतान करना होगा।
वेबसाइट
वेबसाइटों तक पहुंचने की स्पीड को कम कर रही है X
X से जुड़ी एक और रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया कि यह उन वेबसाइटों पर ट्रैफिक को कम कर रही थी जिन्हें मस्क सार्वजनिक रूप से नापसंद करते हैं।
X ने न्यूयॉर्क टाइम्स और रॉयटर्स जैसी न्यूज साइटों सहित इंस्टाग्राम, फेसबुक, ब्लूस्काई और थ्रेड्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिंक तक पहुंचने की स्पीड को कम किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इन सभी वेबसाइटों के प्रति मस्क सार्वजनिक रूप अपनी असहमति जाहिर करते रहे हैं।
देरी
वेबसाइटों के ट्रैफिक और विज्ञापन रेवेन्यू को होगा नुकसान
द वर्ज की रिपोर्ट के मुताबिक, वेबसाइटों तक पहुंच की स्पीड में देरी से मस्क और X संभावित रूप से उनके ट्रैफिक और विज्ञापन रेवेन्यू को नुकसान पहुंचा रहे थे।
दरअसल, जब कंटेंट 1 या 2 सेकेंड के भीतर लोड नहीं होता है तो यूजर्स प्रभावित होते हैं, जिसका प्रभाव वेबसाइट के ट्रैफिक पर पड़ता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एक अन्य परीक्षण से पता चला कि फॉक्स न्यूज जैसी अन्य समाचार वेबसाइट और यूट्यूब आदि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
प्रतिबंध
मस्क के मुक्त भाषण के समर्थन के उलट है यह काम
पिछले साल के अंत में भी X ने अपने प्लेटफॉर्म पर इंस्टाग्राम और मास्टोडन जैसे प्रतिद्वंदियों की उपस्थिति को भी कुछ समय के लिए प्रतिबंधित कर दिया था।
हालांकि, मस्क के ये फैसले उनकी ही उस बात के विरोधाभासी हैं जब वह X को मुक्त भाषण के लिए एक प्लेटफॉर्म बताते हैं।
सबस्टैक के को-फाउंडर्स ने कहा कि सोशल मीडिया कंपनियों के इस व्यवहार के जवाब में ही सबस्टैक बनाया गया था।