
टिक-टॉक ने अमेरिकी कानून के खिलाफ किया मुकदमा, बताया अधिकारों पर अतिक्रमण
क्या है खबर?
अमेरिकी सरकार ने हाल ही में अमेरिका में टिक-टॉक पर प्रतिबंध लगाने या उसे खरीदने के लिए एक कानून पारित किया है। अब टिक-टॉक ने अमेरिकी कानून को रोकने के उद्देश्य से एक मुकदमा दायर किया है।
दाखिल किए गए मुकदमे में कंपनी ने कहा कि यह अधिनियम कंपनी और इसके 17 करोड़ अमेरिकी यूजर्स के फ्री स्पीच अधिकारों पर असाधारण अतिक्रमण है।
टिक-टॉक ने अदालत से इस कानून को रोकने के लिए कहा है।
आलोचना
चीन ने की कानून की आलोचना
इस कानून के तहत टिक-टॉक की मूल कंपनी बाइटडांस को अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए 9 महीने का समय दिया गया है। ऐसा नहीं करने पर ऐप को अमेरिका में ब्लॉक कर दिया जाएगा।
चीनी सरकार ने इस कानून की आलोचना करते हुए इसे एक विदेशी फर्म के लिए अमेरिका द्वारा धमकाने वाला कदम बताया है और संकेत दिया है कि वह बिक्री का विरोध करेगी। बाइटडांस ने कहा है कि उसकी व्यवसाय को बेचने की कोई योजना नहीं है।
आरोप
अमेरिका का टिक-टॉक पर क्या है आरोप?
शॉर्ट-वीडियो प्लेटफॉर्म टिक-टॉक को अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए काफी लम्बे समय से खतरा मनाती रही हैं।
सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि चीनी कंपनी बाइटडांस के स्वामित्व वाली टिक-टॉक अपने अमेरिकी यूजर्स का डाटा चीन के साथ साझा करती है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को बड़ा खतरा है।
हालांकि, बाइटडांस हमेशा से अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों के इन दावों को बेबुनियाद बताती रही है।