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लेमन-8 की हो रही है चर्चा, टिक-टॉक बनाने वाली कंपनी बाइटडांस का है ये ऐप
टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस लेमन-8 नाम का नया ऐप पेश किया है

लेमन-8 की हो रही है चर्चा, टिक-टॉक बनाने वाली कंपनी बाइटडांस का है ये ऐप

लेखन रजनीश
Apr 06, 2023
03:36 pm

क्या है खबर?

टिक-टॉक को कई देशों में बैन किए जाने के बाद इसकी मूल कंपनी बाइटडांस ने लेमन-8 नाम का नया ऐप पेश किया है। नया लेमन-8 ऐप फोटो-आधारित एक ऐप है। ये इंस्टाग्राम और पिंटरेस्ट के मिले-जुले रूप जैसा दिखता है। इसमें टिक-टॉक की तरह वीडियो भी दिखते हैं। ये ऐप अमेरिका, थाईलैंड और जापान सहित कुछ अन्य देशों में काफी ज्यादा पसंद भी किया जा रहा है। जान लेते हैं लेमन-8 ऐप के बारे में।

लेमन

लेमन-8 में दिए गए हैं ये फीचर्स

लेमन-8 ऐप के फीचर काफी हद तक टिक-टॉक की तरह ही हैं। लेमन-8 के मेन फीड में एक 'फॉलोइंग सेक्शन' है जो यूजर्स को उनके द्वारा फॉलो किए जाने वाले क्रिएटर्स का कंटेंट दिखाता है। इसमें एक 'फॉर यू' सेक्शन है जो यूजर्स की पसंद के आधार पर उन्हें अन्य कंटेंट सजेस्ट करता है। ये ऐप अलग-अलग विषयों से जुड़े कंटेंट को फैशन, ब्यूटी और फूड आदि विभिन्न कैटेगरी में बांटता है।

टिकटॉक

ऐपल के ऐप स्टोर पर लोकप्रिय ऐप के रूप में लिस्ट है लेमन-8

लेमन-8 ऐप को फरवरी में अमेरिका में पेश किया गया। इसे ऐपल के ऐप स्टोर पर सबसे लोकप्रिय ऐप के रूप में भी लिस्ट किया गया है। डाटा.एआई के अनुसार, रविवार तक अमेरिका में लेमन-8 के 2.9 लाख डाउनलोड थे। अधिकतर डाउनलोड मार्च के अंत में हुए थे। लेमन-8 को पहली बार 2020 में एशियाई बाजारों में लॉन्च किया गया था। थाईलैंड में इसके 70 लाख और जापान में 50 लाख डाउनलोड हो चुके हैं।

सिंगापुर

सोशल ऐप को लोकप्रिय बनाना है कठिन- ब्रेंडन गाहन

टिक-टॉक का ये नया ऐप अभी तो सफल होता दिख रहा है, लेकिन क्रिएटिव एजेंसी मेकानिज्म के पार्टनर ब्रेंडन गाहन ने बीरियल और क्लबहाउस जैसे ऐप का उदाहरण देते हुए कहा कि बीते 5 सालों में कई ऐप बहुत लोकप्रिय हुए, लेकिन फेल भी हुए। उनके मुताबिक, सोशल ऐप की भरमार के इस दौर में नए ऐप की सफलता कठिन है और उससे भी मुश्किल उसकी सफलता को बनाए रख पाना है।

डाउनलोड

लोकप्रियता के साथ शक के दायरे में भी आया लेमन-8

लेमन-8 को अमेरिका में पसंद तो किया जा रहा है, लेकिन ये शक के दायरे में भी है। इससे जुड़ी एक बात सामने आई कि इसे कई प्रभावशाली टिक-टॉक यूजर्स प्रमोट कर रहे हैं। इससे ये आशंका जताई जाने लगी कि ये भी टिक-टॉक की तरह कहीं यूजर्स का डाटा चीन सरकार के साथ तो नहीं शेयर कर रहा है। हालांकि, टिक-टॉक ने चीनी सरकार के साथ यूजर्स का डाटा शेयर करने के आरोपों को हमेशा नकारा है।

बाइटडांस

लेमन-8 इकट्ठा करता है यूजर्स का ये डाटा

टिक-टॉक और अन्य सोशल मीडिया ऐप की तरह ही लेमन-8 भी यूजर्स के IP एड्रेस, ब्राउजिंग हिस्ट्री, डिवाइस की पहचान से जुड़े अन्य डाटा को इकट्ठा करता है। ऐसे में जानकारों के मुताबिक, बाइटडांस के लेमन-8 ऐप को भी टिक-टॉक की तरह जांच का सामना करना पड़ सकता है। अगर ऐसा होता है तो ये ऐप भी मुश्किल में पड़ सकता है। लेमन-8 सिंगापुर में उसी पते पर स्थित है जहां से बाइटडांस और टिक-टॉक कंपनी चलती है।

कैपकट

बाइटडांस के जनरल काउंसलर ने कहा- अमेरिकी नियमों का करेंगे पालन

बाइटडांस और टिक-टॉक दोनों के जनरल काउंसलर एरिच एंडर्सन ने पिछले हफ्ते एक साइबर सिक्योरिटी सम्मेलन में एसोसिएटेड प्रेस के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि वे ऐप विकसित करना जारी रखेंगे। एंडरसन ने कहा, "हम अमेरिकी कानून का पालन करने और यह सुनिश्चित करने के लिए लेमन-8 ऐप के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ करने जा रहे हैं कि हम यहां सही काम करें।" उन्होंने यह भी कहा कि लेमन-8 को अभी लंबा रास्ता तय करना है।

जानकारी

बाइटडांस का कैपकट नाम का भी है एक ऐप

बाइटडांस के स्वामित्व वाला कैपकट नाम का एक अन्य ऐप भी अमेरिका में ऐपल के ऐप स्टोर पर सबसे लोकप्रिय ऐप की लिस्ट में है। ये 'ऑल-इन-वन' वीडियो एडिटिंग टूल के रूप में काम करता है।