सैमसंग गैलेक्सी स्मार्टफोन्स का सोर्स कोड चोरी हुआ, कंपनी ने दी डाटा लीक की जानकारी
सबसे बड़ी एंड्रॉयड स्मार्टफोन कंपनी सैमसंग पर साइबर अटैक होने का मामला सामने आया है और कंपनी ने खुद इसकी जानकारी दी है। सैमसंग ने बताया है कि पिछले सप्ताह साइबर सुरक्षा में सेंध के चलते कंपनी का कुछ इंटरनल डाटा और गैलेक्सी स्मार्टफोन सॉफ्टवेयर से जुड़ा सोर्स कोड लीक हो गया। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने भरोसा दिया है कि यूजर्स का पर्सनल डाटा पूरी तरह सुरक्षित है और लीक नहीं हुआ है।
सैमसंग ने मानी साइबर अटैक की बात
साउथ कोरियन कंपनी ने अटैक की बात स्वीकार करते हुए कहा है कि ऐसे अटैक्स को रोकने के लिए कई जरूरी कदम उठाए गए हैं। कंपनी ने इस अटैक से जुड़े किसी हैकिंग ग्रुप का नाम नहीं बताया है। यह भी साफ नहीं है कि अटैक में बायोमेट्रिक या एनक्रिप्शन से जुड़ा डाटा लीक तो नहीं हुआ। अपने बयान में सैमसंग ने सिर्फ इतना कहा है कि इसके कर्मचारियों या ग्राहकों का कोई पर्सनल डाटा लीक नहीं हुआ है।
सैमसंग ने आधिकारिक बयान में क्या कहा?
कंपनी ने आधिकारिक बयान में कहा, "सुरक्षा में सेंध लगने का एक मामला सामने आया, जो इंटरनल कंपनी डाटा से जुड़ा था। हमारे शुरुआती एनालिसिस से पता चला है कि इस ब्रीच में गैलेक्सी डिवाइसेज के काम करने के तरीके से जुड़ा कुछ सोर्स कोड भी शामिल है, लेकिन हमारे ग्राहकों या कर्मचारियों का पर्सनल डाटा इसका हिस्सा नहीं बना।" सैमसंग ने कहा है कि अभी हमारे बिजनेस या ग्राहकों पर इसके असर से जुड़े कयास नहीं लगाए गए हैं।
LAPSUS$ हैकिंग ग्रुप हो सकता है जिम्मेदार
माना जा रहा है कि सैमसंग से जुड़े डाटा लीक के पीछे LAPSUS$ हैकर ग्रुप हो सकता है। यह वही हैकिंग ग्रुप है, जिसने Nvidia कॉर्प के नेटवर्क से जरूरी जानकारी चुरा ली थी। ग्रुप के टेलीग्राम चैनल पर 190GB डाटा सामने आया था और LAPSUS$ ने दावा किया था कि इस डाटा में सैमसंग स्मार्टफोन्स का बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन डाटा और बूटलोडर सोर्स कोड भी मौजूद है, जिसकी मदद से कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम कंट्रोल्स को बायपास किया जा सकता है।
सैमसंग डिवाइसेज में मिली थी बड़ी खामी
पिछले महीने के आखिर में भी सैमसंग के लाखों पुराने स्मार्टफोन्स में एक बड़ी सुरक्षा खामी होने की बात सामने आई थी। टेल अविव यूनिवर्सिटी ने अपनी रिपोर्ट में इस खामी और इससे जुड़े खतरे के बारे में बताया। सैमसंग अपने स्मार्टफोन्स की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहती है और वक्त पर अपडेट्स रोलआउट कर देती है। इस खामी को फिक्स करने के लिए कंपनी अगस्त, 2021 में और इसके बाद सिक्योरिटी पैच रोलआउट कर चुकी है।
चोरी हो सकता था सेंसिटिव डाटा
टेल अविव यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स का दावा है कि सैमसंग स्मार्टफोन्स में मौजूद खामी का फायदा उठाकर हैकर्स सेंसिटिव डाटा चुरा सकते थे। सैममोबाइल ने इस रिसर्च रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि यह खामी सैमसंग गैलेक्सी S8, गैलेक्सी S9, गैलेक्सी S10, गैलेक्सी S20 और गैलेक्सी S21 जैसे डिवाइसेज में मौजूद थी। रिसर्चर्स ने बताया है कि खामी ARM के ट्रस्टजोन सिस्टम में क्रिप्टोग्राफिक कीज के लागू होने के तरीके में थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
साउथ कोरिया की कंपनी सैमसंग ने शुरुआत में नूडल्स और दूसरे प्रोडक्ट्स बेचे और कंपनी की शुरुआत 1938 में हुई थी। कंपनी अपना पहला इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट 1970 में लाई, जो 12 इंच का ब्लैक एंड वाइट टीवी था।