
2025 में दिखेंगे कई सूर्य और चंद्र ग्रहण, जानिए कब और कैसे देख सकेंगे
क्या है खबर?
वर्ष 2025 खगोलशास्त्रियों और आकाश प्रेमियों के लिए एक रोमांचक वर्ष होगा, क्योंकि इसमें कई खगोलीय घटनाएं घटने वाली हैं।
उज्जैन के जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक राजेंद्र प्रकाश गुप्त के अनुसार, इस वर्ष 2 सूर्य ग्रहण, 2 चंद्र ग्रहण, उल्का वर्षा, सुपरमून और मंगल का दुर्लभ नजारा देखने को मिलेगा।
इनमें से कुछ घटनाएं भारत में दिखाई देंगी, जबकि कुछ अन्य स्थानों पर ही देखी जा सकेंगी। ये घटनाएं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण हैं।
पहला ग्रहण
2025 का पहला ग्रहण
2025 का पहला ग्रहण 14 मार्च को होगा और यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा।
हालांकि, यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, क्योंकि यह दिन के समय होगा। इसे अमेरिका, पश्चिमी यूरोप, पश्चिमी अफ्रीका और उत्तरी व दक्षिणी अटलांटिक महासागर में देखा जा सकेगा।
इस दौरान, चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में समा जाएगा और इसका रंग लाल या गहरे भूरे रंग में बदल जाएगा, जो आकाश प्रेमियों के लिए एक आकर्षक दृश्य होगा।
दूसरा ग्रहण
2025 का दूसरा ग्रहण
2025 का दूसरा ग्रहण 29 मार्च को होगा, जो आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह ग्रहण केवल उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, आइसलैंड, यूरोप और रूस के कुछ हिस्सों में दिखेगा।
आंशिक सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य के कुछ हिस्से को ढक लेता है, जिससे सूर्य का एक हिस्सा अस्थायी रूप से गायब हो जाता है। यह एक अद्वितीय दृश्य होता है, जो खगोलशास्त्रियों के लिए दिलचस्प होता है। हालांकि, भारत में इसे देखने का अवसर नहीं मिलेगा।
अन्य
2025 का तीसरा और चौथा ग्रहण
2025 का तीसरा ग्रहण 7 और 8 सितंबर को होने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई देगा।
यह ग्रहण रात 08:58 बजे शुरू होगा और रात 11:41 बजे अपने चरम पर पहुंचने के बाद 8 सितंबर को सुबह 02:25 बजे समाप्त होगा। इसे भारत सहित एशिया के अन्य देशों, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और हिंद महासागर क्षेत्र में देखा जा सकेगा।
इसके अलावा, 21 और 22 सितंबर को आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा।