रिलायंस जियो 5G के लिए हो जाएं तैयार, स्वतंत्रता दिवस पर हो सकता है लॉन्च
भारत में सबसे बड़े सब्सक्राइबर बेस वाली टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो की 5G सेवाएं 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लॉन्च हो सकती हैं। बीते दिनों रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा है कि उनकी कंपनी पूरे देश में 5G रोलआउट करते हुए 'आजादी का अमृत महोत्सव' सेलिब्रेट करेगी। बता दें, भारत इस महीने अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। भारती एयरटेल भी इसी महीने 5G रोलआउट शुरू करने वाली है।
कम कीमत में 5G सेवाएं देने का वादा
आकाश अंबानी ने कहा, "जियो का लक्ष्य कम कीमत में विश्व स्तरीय 5G और 5G आधारित सेवाएं देना है। हम ऐसी सेवाएं, प्लेटफॉर्म्स और सॉल्यूशंस देंगे, जो शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, मैन्युफैक्चरिंग और ई-गवर्नेंस जैसे सेक्टर में बड़े डिजिटल बदलाव लाने के लिए जिम्मेदार होंगी।" उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में जियो ने सबसे बड़ा हिस्सा खरीदा है और सबसे ज्यादा खर्च करने वाली कंपनी बनी है।
बाकी कंपनियों से पहले पूरा होगा 5G रोलआउट
रिलायंस जियो को उम्मीद है कि उसका 5G रोलआउट दूसरे ऑपरेटर्स से पहले खत्म हो जाएगा और दूसरी कंपनियों से इसकी कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। कंपनी ने कहा, "जियो कम से कम वक्त में 5G रोलआउट करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसमें देशभर में फाइबर की मौजूदगी, बिना पुराने ढांचे वाला ऑल-IP नेटवर्क, देश में बने 5G उपकरण और अलग-अलग टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम्स से जुड़ी ग्लोबल पार्टनरशिप्स मददगार होंगी।"
स्पीड के मामले में 700MHz बैंड का फायदा मिलेगा
नोमूरा की रिपोर्ट में कहा गया है कि 700MHz बैंड के साथ रिलायंस जियो को 'खास तौर से घरों के अंदर बेहतर नेटवर्क क्वॉलिटी मिलेगी, जो निवेशकों की बड़ी चिंता है।' रिपोर्ट के मुताबिक, 700 बैंड की मदद से रिलायंस जियो, भारती एयरटेल को पीछे छोड़ सकती है क्योंकि दोनों की नेटवर्क क्वॉलिटी में बड़ा अंतर देखने को मिलेगा और फर्क साफ महसूस किया जा सकेगा। आकाश अंबानी ने भी यूजर्स से बेहतर 5G स्पीड का वादा किया है।
रिलायंस जियो ने खरीदे ये 5G स्पेक्ट्रम्स
रिलायंस जियो ने सभी 22 सर्कल्स में 700MHz, 800MHz, 1800MHz, 3300MHz और 26GHz बैंड्स अगले 20 साल के लिए खरीदे हैं। कंपनी ने कहा है कि इसने 700MHz बैंड के 220 यूनिट्स, 800MHz बैंड के 20 यूनिट्स, 1899MHz बैंड के 60 यूनिट्स, 3300MHz के 2440 यूनिट्स और 22,000 यूनिट्स खरीदे हैं। जियो को कुल 24,740MHz स्पेक्ट्रम के लिए हर साल करीब 7,877 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे और इसपर ब्याज भी देना होगा।
न्यूजबाइट्स प्लस
5G नेटवर्क्स सिग्नल्स ट्रांसमिट करने के लिए बेस स्टेशंस पर निर्भर करते हैं और जटिल ढांचे का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में टेलिकॉम कंपनियों को पूरी तरह नया ढांचा 5G सेवाओं के लिए तैयार करना पड़ा है और वे ट्रायल्स पूरे कर चुकी हैं।
भारती एयरटेल इसी महीने करेगी 5G रोलआउट
एयरटेल ने हाल ही में एरिक्सन, नोकिया और सैमसंग के साथ एग्रीमेंट्स साइन करने की घोषणा की है, जिसके बाद इसी महीने एयरटेल की 5G सेवाएं लॉन्च की जाएंगी। देशभर में कनेक्टिविटी देने के लिए एयरटेल पहले भी एरिक्सन और नोकिया के साथ काम करती रही है, हालांकि सैमसंग के साथ पहली बार पार्टनरशिप की गई है। एयरटेल CEO गोपाल विट्टल ने बताया है कि एयरटेल अपनी 5G सेवाओं का रोलआउट अगस्त में शुरू करेगी।