पब्लिक वाई-फाई इस्तेमाल करते वक्त रहें सावधान! आपकी जासूसी कर सकते हैं हैकर्स
साइबर अपराधी इंटरनेट यूजर्स का डाटा चोरी करने और उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए कई तरीके अपनाते हैं। इन तरीकों में पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क्स भी शामिल हैं, जिनसे आपका पर्सनल डाटा गलत हाथों में पहुंच सकता है। आईफोन को एंड्रॉयड मुकाबले ज्यादा सुरक्षित माना जाता है लेकिन पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क्स के साथ आईफोन यूजर्स की जासूसी भी की जा सकती है। कई मामलों में हैकर्स जानबूझकर ओपेन पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क सेटअप करते हैं।
दो तरीकों से टारगेट किए जाते हैं स्मार्टफोन यूजर्स
स्मार्टफोन यूजर्स को पब्लिक वाई-फाई के साथ निशाना बनाने के लिए साइबर अपराधी दो तरीके अपनाते हैं। पहला तरीका 'मैन-इन-द-मिडिल' (MITM) अटैक और दूसरा 'पैकेट स्निफिंग' अटैक का होता है। पहले MITM अटैक में मालिशियस थर्ड पार्टी या हैकर्स दो यूजर्स के बीच होने वाले कम्युनिकेशन में सेंध लगाते हैं। वहीं, दूसरे पैकेट स्निफिंग अटैक में सीधे वाई-फाई की मदद से ऐक्सेस किया जा रहा डाटा चोरी किया जाता है।
किस तरह का डाटा चुरा सकते हैं हैकर्स?
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हैकर्स पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क जानबूझकर ओपेन रखते हैं, जिससे बिना पासवर्ड एंटर किए उनसे कनेक्ट किया जा सके। बदले में उन यूजर्स के ईमेल लॉगिन, बैंक डीटेल्स, पर्सनल फोटोज और वीडियोज से लेकर घर का पता तक चोरी किया जा सकता है। सुरक्षित रहने का पहला तरीका ऐसे नेटवर्क्स से कनेक्ट ना करना है। इसके अलावा वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) इस्तेमाल कर भी हैकिंग से बचा जा सकता है।
क्या होता है वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क?
वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) की मदद से पब्लिक नेटवर्क पर भी एक प्राइवेट स्पेस मिल जाता है। इसके साथ अपनी पहचान जाहिर किए बिना इंटरनेट की मदद से डाटा भेजा और रिसीव किया जा सकता है। VPN नेटवर्क को बिना सही डिक्रिप्शन की के ऐक्सेस नहीं किया जा सकता और इसकी हैकिंग का डर नहीं होता। ऐप स्टोर पर मौजूद कई ऐप्स की मदद से यूजर्स VPN का इस्तेमाल आसानी से कर सकते हैं।
अपने लिए कैसे करें सही VPN का चुनाव?
स्मार्टफोन्स यूजर्स के लिए कई फ्री और पेड VPN सेवाएं उपलब्ध हैं। अपने डिवाइस के लिए सही VPN का चुनाव करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। हमेशा मजबूत एनक्रिप्शन, सुरक्षा फीचर्स और अच्छे कस्टमर सपोर्ट वाले VPN का इस्तेमाल बेहतर होता है। एक गूगल सर्च पर आपको भरोसेमंद VPN ऐप्स और सेवाओं की लिस्ट मिल जाएगी। एक्सप्रेसVPN, नॉर्डVPN, सर्फशार्क, प्रोटॉनVPN और साइबरघोस्ट ऐसे ही कुछ नामों में शामिल हैं।
पब्लिक नेटवर्क इस्तेमाल करने से बचें
अगर आप किसी होटल, रेस्टरां या फिर पब्लिक प्लेस पर हैं तो केवल भरोसेमंद नेटवर्क से ही कनेक्ट करें। जिस वाई-फाई कनेक्शन पर कोई पासवर्ड ना लगा हो, उस ओपेन नेटवर्क से डिवाइस कनेक्ट करने पर हैकिंग का खतरा बढ़ जाता है। जहां तक संभव हो, अपने मोबाइल डाटा या पोर्टेबल वाई-फाई हॉटस्पॉट का इस्तेमाल करें। पब्लिक प्लेसेज में अपने डिवाइस का वाई-फाई और ब्लूटूथ ऑफ रखने में भी समझदारी है।