आपके फोन पर खतरनाक फ्लूबॉट मालवेयर का अटैक, हैकर्स से खुद को ऐसे बचाएं
क्या है खबर?
एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स पर मालवेयर अटैक का खतरा लगातार बना रहता है और साइबर क्रिमिनल्स ऐसा करने के लिए तरह-तरह के तरीके आजमाते रहते हैं।
एक बार फिर खतरनाक फ्लूबॉट मालवेयर सामने आया है और दुनियाभर में यूजर्स को शिकार बना रहा है।
इससे पहले तक SMS भेजकर यूजर्स को वॉइसमेल सुनने के लिए कहने वाला मालवेयर अब नई ट्रिक अपना रहा है।
यूजर्स अनजाने में खुद मालवेयर डिवाइस में इंस्टॉल कर लेते हैं।
चेतावनी
एक महीने पहले मिली थी चेतावनी
करीब एक महीने पहले सिक्योरिटी फर्म ट्रेंड माइक्रो ने मालिशियस सॉफ्टवेयर फ्लूबॉट के बारे में जानकारी दी थी।
यह मालवेयर यूजर्स को फेक वॉइसमेल ऐप्स इंस्टॉल करने के लिए कहता था और फेक वेबसाइट्स इस्तेमाल कर रहा था।
अब कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ऑफ न्यूजीलैंड (CERT NZ) ने बताया है कि यह मालवेयर एक खतरनाक ट्रिक के साथ वापस आ गया है और लॉगिन डीटेल्स चोरी करने की कोशिश कर रहा है।
लिंक
फेक लिंक भेजकर मालवेयर की चेतावनी
मालवेयर फैलाने वाले अटैकर्स की ओर से यूजर्स को पैकेज डिलिवरी से जुड़े फेक लिंक्स भेजे जाते हैं, जिन्हें यूजर्स को फंसाने के लिए डिजाइन किया गया है।
मजेदार बात यह है कि इस लिंक पर क्लिक करने पर मेसेज में चेतावनी दिखती है कि डिवाइस खतरनाक फ्लूबॉट मालवेयर का शिकार हो गया है।
सामने दिखने वाली स्क्रीन गूगल क्रोम डेंजरस सेफ ब्राउजिंग मेसेज की तरह दिखती है और लाल रंग में नजर आती है।
मेसेज
स्क्रीन पर दिखता है यह मेसेज
लिंक पर क्लिक करने वाले यूजर्स को मेसेज दिखता है, "आपका डिवाइस फ्लूबॉट मालवेयर से इनफेक्ट हो गया है। एंड्रॉयड को पता चला है कि आपका डिवाइस इनफेक्ट हुआ है। फ्लूबॉट एक एंड्रॉयड मालवेयर है, जो आपके डिवाइस से फाइनेंशियल लॉगिन और पासवर्ड जैसा डाटा चोरी कर सकता है।"
अटैकर्स खुद यह मेसेज दिखाते हैं और मालवेयर से बचने की बात कहकर मालवेयर इंस्टॉल कर देते हैं।
इस तरह यूजर्स को डराकर खुद उनसे ही मालवेयर इंस्टॉल करवाया जाता है।
नुकसान
मालवेयर से बचाने का झूठा वादा
मेसेज दिखाते हुए यूजर्स से कहा जाता है कि उन्हें फ्लूबॉट को सिस्टम से हटाने के लिए एंड्रॉयड सिक्योरिटी अपडेट इंस्टॉल करना होगा, जबकि इस वक्त तक डिवाइस में किसी मालवेयर का इन्फेक्शन नहीं होता।
यूजर्स एंड्रॉयड मालवेयर हटाने की उम्मीद में खुद मालवेयर ही अपने डिवाइस में डाउनलोड कर लेते हैं।
यह मालवेयर स्मार्टफोन कॉन्टैक्ट्स में जाकर ऐसा ही मेसेज दूसरे यूजर्स को भी भेज देता है, जिससे उन्हें फंसाया जा सके।
सुरक्षा
खुद को ऐसे रख सकते हैं सुरक्षित
अपने एंड्रॉयड डिवाइस को फ्लूबॉट मालवेयर से बचाने के लिए जरूरी है कि किसी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें।
इसके अलावा मालवेयर से जुड़ी चेतावनी पर भरोसा करने और अपने डिवाइस में थर्ड-पार्टी ऐप या अपडेट इंस्टॉल करने की गलती ना हो।
CERT NZ ने अपनी चेतावनी में कहा है कि यूजर्स को स्क्रीन पर दिखने वाले मेसेज को सच मानने और गलत निर्देशों का पालन करने की जरूरत नहीं है।