पेटीएम ऐप में बनाएं यूनीक हेल्थ ID, एकसाथ देखें अपने डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड्स
क्या है खबर?
लोकप्रिय पेमेंट ऐप पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने नए फीचर की जानकारी दी है।
कंपनी ने घोषणा की है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ मिलकर पेटीएम में एक खास फीचर मिलेगा, जिससे यूजर्स अपनी यूनीए हेल्थ ID बना पाएंगे।
इसके बाद यूजर्स को उनके स्वास्थ्य से जुड़ा डाटा एकसाथ दिख जाएगा।
कंपनी की मानें तो पेटीएम ऐप मोबाइल यूजर्स के लिए हेल्थ ID बनाने का सबसे बड़ा कंज्यूमर प्लेटफॉर्म बनी है।
फायदा
पेमेंट ऐप में दिखेंगे डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड्स
भारत सरकार की ओर से जारी होने वाली हेल्थ ID के साथ सभी नागरिकों के स्वास्थ्य से जुड़े डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड्स तैयार करने के लिए जरूरी है।
पेटीएम ऐप में इससे जुड़ा फीचर मिलने के बाद यूजर्स ना सिर्फ अपने डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड्स देख पाएंगे, बल्कि उन्हें जरूरत पड़ने पर अपनी सहमति से शेयर भी कर सकेंगे।
अपनी हेल्थ हिस्ट्री बनाने के लिए यूजर्स को पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड्स (PHR) इस हेल्थ ID के साथ लिंक करने का विकल्प भी मिलेगा।
यूजर्स
छह महीने में एक करोड़ हेल्थ ID का लक्ष्य
कंपनी की योजना अगले छह महीने के अंदर एक करोड़ से ज्यादा भारतीय यूजर्स की हेल्थ ID ऐप पर बनाने की है।
पेटीएम पर अपनी हेल्थ ID बनाने वाले यूजर्स को अपनी लैब रिपोर्ट्स देखने, इससे जुड़े अस्पतालों में टेली-कंसल्टेशन बुक करने और अपनी जानकारी हेल्थ लॉकर में सेव करने जैसे विकल्प मिलेंगे।
कंपनी ने बताया है कि सभी नए हेल्थ फीचर्स को पेटीएम ऐप में ही ऐक्सेस किया जा सकेगा।
बुकिंग
ऐप में हेल्थ इंश्योरेंस और लोन के विकल्प भी
हेल्थ ID फीचर के अलावा पेटीएम मिनी ऐप स्टोर की ओर से एक हेल्थ स्टोरफ्रंट भी लॉन्च किया गया है।
इसके साथ ढेरों स्वास्थ्य सेवाओं का फायदा यूजर्स को ऐप में ही मिल जाएगा।
यूजर्स इसका इस्तेमाल ऑनलाइन या कॉल पर कंसल्टेशन बुक करने, दवाएं खरीदने या लैब टेस्ट बुक करने के लिए कर पाएंगे।
उन्हें हेल्थ इंश्योरेंस करवाने या फिर मेडिकल लोन लेने जैसी सुविधाएं भी ऐप में मिलेंगी।
बयान
पेमेंट ऐप से कहीं ज्यादा है पेटीएम
नए बदलाव को लेकर पेटीएम स्पोक्सपर्सन ने कहा, "पेटीएम का इस्तेमाल लाखों भारतीय अपनी रोजमर्रा की जरूरत के लिए करते हैं। सभी भारतीयों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं जरूरत बन चुकी हैं और हमारे नए फीचर के साथ यूजर्स पेटीएम ऐप में अपनी यूनीक हेल्थ ID बना सकते हैं। यह बदलाव भारत सरकार के अभियान से जुड़ा है और यूजर्स को उनके डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड्स आसानी से देखने और शेयर करने जैसे फायदे देता है।"
डिजिलॉकर
पेटीएम ऐप में ही डिजिलॉकर का विकल्प भी
पेटीएम ऐप ने इससे पहले डिजिलॉकर को भी अपने मिनी ऐप स्टोर का हिस्सा बनाया था।
यूजर्स पेमेंट ऐप में डिजिलॉकर ऐक्सेस कर सरकारी एजेंसियों से संबंधित अपने डॉक्यूमेंट्स की वेरिफाइड डिजिटल कॉपीज सेव और स्टोर कर सकते हैं।
इस तरह अपने लॉकर में डॉक्यूमेंट्स सेव करने के बाद उनकी हार्ड कॉपी साथ में रखने की जरूरत नहीं होगी।
पेटीएम यूजर्स अपने कोविड-19 वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट्स भी डिजिलॉकर में सेव कर सकते हैं।