भारत में जल्द शुरू होगी व्हाट्सऐप की पेमेंट सर्विस, तैयारियां शुरू
क्या है खबर?
इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप पर जल्द ही अपनी पेमेंट सर्विस शुरू कर सकती है। इसके लिए कंपनी ने 10 लाख यूजर्स के साथ कम कीमत वाले ट्रांजेक्शन्स की टेस्टिंग शुरू कर दी है।
नियमों के मुताबिक, व्हाट्सऐप को भारत में डाटा स्टोर करने में लगभग 5 महीनों का वक्त लगेगा, जिसके बाद यह सर्विस शुरू हो जाएगी।
व्हाट्सऐप इसके लिए नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NCPI) के साथ काम कर रही है।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
डाटा स्टोरेज
भारत में ही स्टोर होगा यूजर्स का डाटा
भारत में पेमेंट सर्विस के लिए व्हाट्सऐप यूनिफाईड पेमेंट इंटरफेस (UPI) का इस्तेमाल करेगी।
कंपनी ने भारत में पेमेंट डाटा स्टोर करने की तैयारियां शुरू कर दी है, जो अगस्त-सितंबर तक पूरी होगी।
व्हाट्सऐप ने बताया कि यह सर्विस शुरू करने के लिए वह बैंको, भारत सरकार, NPCI और दूसरे पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर के साथ बाचतीच कर रही है।
पेमेंट सर्विस के लिए यूजर्स का डाटा भारत में स्टोर होना चाहिए और थर्ड-पार्टी से इसका ऑ़डिट करवाना जरूरी है।
चुनौती
पेटीएम को मिलेगी कड़ी चुनौती
व्हाट्सऐप ने ICICI बैंक के साथ पेमेंट सर्विस की शुरुआत की थी। अब कंपनी ने इसके लिए भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक और HDFC बैंक से हाथ मिलाया है।
फिलहाल भारत में पेमेंट सर्विस में पहला स्थान पेटीएम का है। व्हाट्सऐप की पेमेंट सर्विस शुरू होने के बाद पेटीएम को कड़ी चुनौती मिलेगी।
इसे देखते हुए पेटीएम ने व्हाट्सऐप की सर्विस पर कई सवाल उठाए थे। इसके बाद व्हाट्सऐप ने अपनी रणनीति में कई बदलाव किए।
रणनीति
भारत में मजबूत की अपनी टीम
अपने प्लेटफॉर्म पर फेक न्यूज के प्रसार और उसकी वजह से हो रही हिंसा के चलते व्हाट्सऐप सरकार के निशाने पर आ गई थी।
सरकार ने कड़े शब्दों में व्हाट्सऐप से इसका समाधान ढूंढने को कहा था।
इसके बाद कंपनी ने भारत में अपने नेतृत्व में बदलाव किया। अभिजीत बोस को कंपनी का इंडिया हेड को कोमल लाहिड़ी को मुख्य शिकायत अधिकारी बनाया गया।
साथ ही कंपनी ने फेक न्यूज कोे रोकने के लिए कई कदम भी उठाए हैं।
जानकारी
व्हाट्सऐप के पास सबसे बड़ा यूजरबेस
दुनियाभर में व्हाट्सऐप के लगभग 150 करोड़ यूजर्स हैं। भारत में व्हाट्सऐप का सबसे बड़ा यूजर बेस है। यहां कंपनी के 23 करोड़ से ज्यादा मंथली एक्टिव यूजर्स हैं। दुनिया भी किसी दूसरी ऐप के पास इतना बड़ा यूजरबेस नहीं है।