साथ आईं सैमसंग और मास्टरकार्ड, लाएंगी फिंगरप्रिंट सेंसर वाले पेमेंट कार्ड
स्मार्टफोन्स से लेकर सिक्योरिटी सिस्टम्स तक में यूजर्स को अब फिंगरप्रिंट सेंसर्स मिलने लगे हैं और जल्द इन सेंसर्स के साथ पेमेंट्स कार्ड्स भी देखने को मिलेंगे। कई कंपनियां अपने लैपटॉप और PC में फिंगरप्रिंट ऑथेंटिकेशन का विकल्प भी दे रही हैं और अब सैमसंग की मास्टरकार्ड के साथ पार्टनरशिप सामने आई है। रिपोर्ट्स में सामने आया है कि साउथ कोरियन कंपनी सैमसंग और मास्टरकार्ड पेमेंट कार्ड्स में बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम लाने वाली हैं।
बेहतर और सुरक्षित पेमेंट का तरीका
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और मास्टरकार्ड दोनों ने एक MoU (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) साइन किया है। इसके तहत दोनों कंपनियां एकसाथ मिलकर बिल्ट-इन फिंगरप्रिंट सेंसर्स वाले पेमेंट कार्ड्स पर काम करेंगी। इस कदम के साथ दोनों कंपनियों की कोशिश यूजर्स को ज्यादा सुरक्षित और तेज पेमेंट एक्सपीरियंस देने की है, जिसके लिए पेमेंट टर्मिनल से कम से कम फिजिकल कॉन्टैक्ट की जरूरत पड़े। आसान भाषा में बताएं तो इस सिस्टम के साथ पेमेंट करने के लिए पिन एंटर करना जरूरी नहीं होगा।
शुरू में साउथ कोरिया में उपलब्ध होंगे कार्ड
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बायोमेट्रिक कार्ड्स को नए सिक्योरिटी चिपसेट के साथ लाया जाएगा, जिसे सैमसंग सिस्टम LSI बिजनेस की ओर से डिवेलप किया जा रहा है। यूजर्स इन कार्ड्स को किसी भी मास्टरकार्ड चिप टर्मिनल या फिर पॉइंट ऑफ सेल (POS) टर्मिनल पर इस्तेमाल किया जा सकेगा। शुरुआत में ये कार्ड्स केवल सैमसंग की होम कंट्री साउथ कोरिया में उपलब्ध होंगे और इनका नाम सैमसंग कार्ड रखा जा सकता है। बाद में इसे दूसरे देशों में भी इंट्रोड्यूस किया जाएगा।
नहीं मिलेगा अंतरराष्ट्रीय भुगतान का विकल्प
सैमसंग और मास्टरकार्ड की ओर से लॉन्च किए जाने वाले पेमेंट कार्ड्स की मदद से शुरू में यूजर्स को अंतरराष्ट्रीय लेनदेन का विकल्प नहीं मिलेगा। शुरुआती टेस्टिंग पूरी होने के बाद इस कार्ड में भी मौजूदा पेमेंट्स कार्ड्स की तरह अडिशनल फीचर्स दिए जाएंगे। फिलहाल ऑथेंटिकेशन के लिए लगभग सभी पेमेंट कार्ड्स सिस्टम पिन और पासवर्ड्स का इस्तेमाल करते हैं और नया सिस्टम पुराने तरीकों में बदलाव कर सकता है।
कोरोना महामारी के चलते बदला तरीका
पेमेंट से जुड़े टर्मिनल्स की मदद से कोरोना जैसा संक्रमण ना फैले, इसके लिए जरूरी है कि पिन एंटर करने या पेमेंट के लिए टर्मिनल्स को खुले हाथों से ना छुआ जाए। बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के साथ कॉन्टैक्टलेस पेमेंट आसान हो जाएगा।