वनप्लस स्मार्टफोन्स में मिलेगा नया H2O OS, ओप्पो के साथ मिलकर तैयार करेगी कंपनी
ओप्पो और वनप्लस दोनों स्मार्टफोन कंपनियां पिछले साल एकसाथ आ गई हैं और इनकी रिसर्च एंड डिवेलपमेंट (R&D) टीमें एक यूनिफाइड OS तैयार कर रही हैं। वनप्लस अपने डिवाइसेज में ऑक्सीजनOS और हाइड्रोजनOS नाम से कस्टम एंड्रॉयड स्किन्स देती है, वहीं ओप्पो के फोन्स में कलरOS मिलता है। सामने आया है कि वनप्लस और ओप्पो के यूनिफाइड OS का नाम H2O OS हो सकता है, जिसका अपडेट वनप्लस यूजर्स को मिलेगा।
टिप्सटर ने ट्वीट में दी जानकारी
टिप्सटर मुकुल शर्मा ने अपने ट्वीट में वनप्लस के यूनिफाइड OS का नाम H2O OS होने की जानकारी दी है। मजेदार बात यह है कि इसका नाम वनप्लस फोन्स में मिलने वाले ऑक्सीजनOS और हाइड्रोजनOS से मिलकर बना है। कंपनी चीन में अपने डिवाइसेज में हाइड्रोजनOS स्किन देती रही है, जिसे हाल ही में ओप्पो के कलरOS सॉफ्टवेयर से रिप्लेस किया गया है। हालांकि, कई यूजर्स इस बदलाव को लेकर खुश नहीं हैं और नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।
ट्वीट में मिले नए नाम के संकेत
पहले से रजिस्टर्ड है नए नाम का ट्रेडमार्क
नए लीक्स के हिसाब से यूनिफाइड OS का नाम H2O OS होगा या नहीं, अब तक साफ नहीं है। हालांकि, इसकी ट्रेडमार्क फाइलिंग मौजूद है और करीब सात साल पहले ही इस नाम का ट्रेडमार्क रजिस्टर किया गया है। वनप्लस और ओप्पो बेशक एकसाथ काम कर रही हों लेकिन इनके डिवाइसेज की पहचान अलग बनी रहेगी। सॉफ्टवेयर स्किन में यह अंतर बनाए रखने के लिए कंपनी नया निकनेम अपने कस्टमाइज्ड OS को दे सकती है, जिसमें कलरOS जैसे फीचर्स मिलेंगे।
लगातार मिलती रही है नई जानकारी
जून, 2021 में कंपनी हेड पेटे लाउ ने कहा था कि वनप्लस डिवाइसेज में यूजर्स को ऑक्सीजनOS मिलता रहेगा। वहीं, चंद महीने बाद उन्होंने बताया कि ऑक्सीजनOS और कलरOS को एकसाथ मिलाकर नया यूनिफाइड OS बनाया जाएगा। कंपनी हेड ने कहा था कि ओप्पो और वनप्लस साथ मिलकर जो सॉफ्टवेयर स्किन तैयार करेंगी, उसका नाम ऑक्सीजनOS ही रहेगा। कहा गया है कि कंपनी अपने फ्लैगशिप डिवाइसेज को तीन बड़े एंड्रॉयड अपडेट्स और चार साल तक सिक्योरिटी अपडेट्स दे सकती है।
आसान होगा पुराने से नए OS पर माइग्रेशन
कंपनी की ओर से कहा गया था कि ऑक्सीजनOS से कलरOS या किसी नई कस्टम स्किन पर माइग्रेट करने की प्रक्रिया यूजर्स के लिए आसान होगी। सबसे जरूरी है कि ऐसा होने के दौरान यूजर्स के डाटा को कोई नुकसान ना पहुंचे और कंपनी इसका खास ख्याल रख रही है। चीन में वनप्लस स्मार्टफोन्स में पहले हाइड्रोजनOS की जगह ऑक्सीजनOS दिया गया और अब इसे कलरOS से रिप्लेस किया जा रहा है।
साथ क्यों आईं वनप्लस और ओप्पो?
वनप्लस और ओप्पो दोनों कंपनियां BBK इलेक्ट्रॉनिक्स का हिस्सा हैं और इनकी R&D (रिसर्च एंड डिवेलपमेंट) टीमें साथ मिलकर हार्डवेयर प्रोडक्ट्स पर भी काम करने जा रही हैं। कंपनी अपनी R&D सेवाओं को OPLUS के साथ मिला चुकी है, जो ओप्पो, वनप्लस और रियलमी तीनों ब्रैंड्स की इन्वेंस्टिंग बॉडी है। दोनों कंपनियों की ओर से साथ मिलकर तैयार किए गए प्रोडक्ट्स जल्द मार्केट में आ सकते हैं और साथ आने के चलते प्रोडक्शन और रिसर्च की क्षमता बढ़ जाती है।
न्यूजबाइट्स प्लस
वनप्लस ने प्रीमियम अनुभव देने के लिए सॉफ्टवेयर पर फोकस किया और कंपनी का ऑक्सीजनOS कस्टम UI खूब पसंद किया जा रहा है। इसमें बदलाव यूजरबेस को नुकसान पहुंचा सकता है। कंपनी की मार्केटिंग का तरीका इसे बाकी स्मार्टफोन ब्रैंड्स से अलग बनाता है।