नासा के आर्टेमिस मिशन पर खतरा? मस्क-ट्रंप नासा की योजनाओं में कर सकते हैं बदलाव
क्या है खबर?
नासा का आर्टेमिस मिशन चंद्रमा पर इंसानों को वापस भेजने के लिए शुरू किया गया था, लेकिन अब इस पर अनिश्चितता बढ़ गई है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले मंगल ग्रह पर सीधा जाने की बात कही थी और अब उनके दोबारा राष्ट्रपति बनने से नासा की योजनाओं में बदलाव हो सकता है।
इस मिशन का समर्थन करने वाले नासा के अधिकारी जिम फ्री अचानक सेवानिवृत्त हो गए। बोइंग कंपनी भी इस मिशन से जुड़े 400 कर्मचारियों की छंटनी करेगी।
प्रभाव
स्पेस-X और ट्रंप प्रशासन का बढ़ता प्रभाव
मंगल मिशन पर काम करने वाली एलन मस्क की अंतरिक्ष कंपनी स्पेस-X आर्टेमिस कार्यक्रम की जरूरत पर सवाल उठा रही है।
मस्क इसे सिर्फ नौकरियां बढ़ाने का तरीका बता चुके हैं और ट्रंप प्रशासन भी इस दिशा में बदलाव कर सकता है।
नासा के अगले प्रमुख जेरेड इसाकमैन हो सकते हैं, जो मस्क के करीबी हैं। इससे यह संभावना बढ़ गई है कि चंद्रमा मिशन में कटौती हो सकती है और निजी कंपनियों को अधिक जिम्मेदारी मिल सकती है।
देरी
महंगे रॉकेट और मिशन की देरी
नासा का स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट और ओरियन क्रू कैप्सूल बहुत महंगे साबित हो रहे हैं।
अब तक SLS ने केवल एक बिना इंसानों वाला मिशन किया है और इसकी लागत को लेकर आलोचना हो रही है।
इसके अलावा, हीट शील्ड की समस्या के कारण आर्टेमिस मिशन में देरी हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार इसे पूरी तरह बंद नहीं करेगी, लेकिन निजी कंपनियों को ज्यादा भूमिका मिल सकती है, जिससे खर्च कम हो सके।
संभावना
चंद्रमा से सीधा मंगल जाना संभव?
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अगर नासा चंद्रमा मिशन को छोड़ देता है, तो इससे मंगल पर जाने की तैयारी में दिक्कत हो सकती है।
चंद्रमा एक महत्वपूर्ण परीक्षण स्थल हो सकता है, जहां इंसानों के रहने और नई तकनीकों को परखा जा सकता है। इसके अलावा, अगर अमेरिका चंद्रमा से पीछे हटता है, तो चीन को वहां अपना झंडा गाड़ने का मौका मिल सकता है।
हालांकि, अभी कांग्रेस में आर्टेमिस मिशन का समर्थन करने वाले कई नेता हैं।