
माइक्रोसॉफ्ट की साइबर हमलों के लिए नई रणनीति, पेश किया OpenAI पर आधारित टूल
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल को बढ़ाते हुए अब माइक्रोसॉफ्ट नया चैट टूल पेश कर रही है। ये टूल साइबर सुरक्षा टीमों को हैकिंग के हमलों से बचाने और हैकिंग के बाद चीजों को दुरुस्त करने में मदद करेगा।
कंपनी ने मंगलवार को कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के नए AI टूल्स OpenAI के GPT-4 लैंग्वेज सिस्टम और सिक्योरिटी के लिए खास डाटा का उपयोग करते हैं।
अपने नए AI टूल्स को माइक्रोसॉफ्ट कोपाइलट्स कह रहा है।
माइक्रोसॉफ्ट
साइबर सिक्योरिटी के लिए अभी तक होता था मशीन-लर्निंग का इस्तेमाल
माइक्रोसॉफ्ट के इस नए टूल का उद्देश्य सिक्योरिटी कर्मचारियों को कंप्रोमाइज्ड किए गए हैक के विभिन्न हिस्सों जैसे संदिग्ध ईमेल, मैलेसियस सॉफ्टवेयर फाइल या सिस्टम के हिस्सों के बीच कनेक्शन को अधिक तेजी से देखने में सहायता करता है।
माइक्रोसॉफ्ट और सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर से जुड़ी अन्य कंपनियां कई वर्षों से संदिग्ध गतिविधियों को जड़ से खत्म करने और खामियों का पता लगाने के लिए मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रही हैं।
टेक्नोलॉजी
तेज विश्लेषण करने में सक्षम है AI
नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी तेज विश्लेषण की अनुमति देती है और अंग्रेजी के साधारण प्रश्नों को भी इस्तेमाल करने की क्षमता प्रदान करती है। इससे यह उन कर्मचारियों के लिए भी आसान हो जाता है जो साइबर सिक्योरिटी या AI एक्सपर्ट नहीं हैं।
माइक्रोसॉफ्ट की उपाध्यक्ष वासु जक्कल ने कहा कि सिक्योरिटी और प्राइवेसी आदि के लिए यह जरूरी है क्योंकि इस बीच हैकर्स तेज हुए हैं, लेकिन सिक्योरिटी और AI की जानकारी रखने वाले कर्मचारियों की कमी है।
हैकर्स
तेज हुए हैं हैकर्स
हैकर्स की तेजी का उदाहरण देते हुए वासु ने कहा कि किसी यूजर्स द्वारा फिशिंग लिंक पर क्लिक करने के बाद अब हैकर्स को इनबॉक्स का कंट्रोल पाने में औसतन 1 घंटे 12 मिनट का समय लगता है। पहले इसमें महीनों या हफ्तों का समय लगता था।
वासु ने कहा कि महामारी के बाद हैकिंग के मामले बढ़े हैं। माइक्रोसॉफ्ट शुरुआत में कुछ ग्राहकों को टूल का एक्सेस देगा और बाद में और लोगों के सुविधा उपलब्ध कराएगा।
भविष्य
नया टूल सरकारी एजेंसियों और माइक्रोसॉफ्ट के डाटा का करता है इस्तेमाल
हैकिंग को रोकने वाला नया टूल सरकारी एजेंसियों और माइक्रोसॉफ्ट के रिसर्चर्स के डाटा का इस्तेमाल करता है, जो राष्ट्र राज्यों और साइबर अपराधी समूहों को ट्रैक करते हैं।
कार्रवाई करने के लिए टूल माइक्रोसॉफ्ट के सिक्योरिटी प्रोडक्ट्स के साथ काम करता है और भविष्य में अन्य कंपनियों के प्रोग्राम के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा।
टूल ग्राहकों को प्राइवेसी सेटिंग्स चुनने का विकल्प देता है और निर्धारित करता है कि यूजर्स कितनी जानकारी टूल के साथ शेयर करना चाहते हैं।