
महाकुंभ के समापन पर होगी दुर्लभ खगोलीय घटना होगी, एक साथ दिखेंगे 7 ग्रह
क्या है खबर?
महाकुंभ के समापन के साथ इस महीने दुर्लभ खगोलीय घटना होगी, जब सौरमंडल के 7 ग्रह (बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून) आकाश में एक साथ दिखाई देंगे।
यह अलाइनमेंट 28 फरवरी को चरम पर पहुंचेगा, जब ये सभी ग्रह सूर्य के एक ओर होंगे।
बिना किसी उपकरण के 5 ग्रह देखे जा सकेंगे, लेकिन यूरेनस और नेपच्यून के लिए दूरबीन या टेलीस्कोप की जरूरत होगी। यह दृश्य सूर्यास्त के बाद या सूर्योदय से पहले सबसे साफ दिखेगा।
महत्व
महाकुंभ के साथ आध्यात्मिक महत्व
यह घटना महाकुंभ 2025 के समापन के दौरान होगी, जिससे इसका आध्यात्मिक महत्व बढ़ जाता है।
कई लोगों का मानना है कि ऐसी ब्रह्मांडीय घटनाएं आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाती हैं। महाकुंभ हर 12 साल में प्रयागराज में और हर 4 साल में हरिद्वार, उज्जैन व नासिक में होता है।
इस दौरान लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करने आते हैं। ग्रह अलाइनमेंट की वजह से महाकुंभ का धार्मिक और खगोलीय महत्व और खास हो गया है।
तरीका
कैसे और कब देखें यह दुर्लभ खगोलीय नजारा?
ग्रह अलाइनमेंट को देखने के लिए सबसे सही समय सूर्यास्त के बाद या सूर्योदय से पहले होगा, जब ग्रह आकाश में ऊंचे होंगे।
बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को बिना किसी उपकरण के देखा जा सकता है, लेकिन यूरेनस और नेपच्यून के लिए दूरबीन या टेलीस्कोप की जरूरत होगी, क्योंकि ये काफी धुंधले होते हैं।
इसे खुले और अंधेरे स्थान से देखने पर सबसे अच्छा नजारा मिलेगा, जहां आर्टिफिशियल रोशनी कम हो और आकाश बादलों से साफ हो।
नजारा
भविष्य में फिर दिख सकता है ऐसा नजारा
खगोलविदों ने बताया है कि अगस्त, 2025 के मध्य में एक और ग्रह अलाइनमेंट होगा, जब सुबह के आकाश में 6 ग्रह दिखाई देंगे।
हालांकि, यूरेनस और नेपच्यून को देखना चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन सही उपकरण और अच्छे मौसम में इन्हें देखा जा सकता है।
ग्रह अलाइनमेंट अक्सर वैज्ञानिकों और खगोलीय रुचि रखने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र होते हैं। यह घटना प्रकृति के अद्भुत नजारों में से एक है, जिसे देखने के लिए लोग खास इंतजार करते हैं।