हजारों मैक सिस्टम बने स्लीपर मालवेयर का शिकार, हैकर्स ने किया अटैक
क्या है खबर?
ऐपल के मैक डिवाइसेज के बारे में एक गलत धारणा है कि वे मालवेयर का शिकार नहीं बन सकते।
पता चला है कि एक बड़े हैकर्स ग्रुप ने बड़ी सफाई से हजारों मैक डिवाइसेज को स्लीपर मालवेयर का शिकार बना दिया।
आर्स टेक्निका की रिपोर्ट के मुताबिक, मालवेयरबाइट्स और रेड कैनरी के सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने करीब 30,000 मैक डिवाइसेज में छुपे मालवेयर का पता लगाया है।
इस मालवेयर के साथ अनजान पेलोड सभी डिवाइसेज में भेजा जा रहा था।
रिपोर्ट
M1 चिप वाले मैकबुक्स पर भी खतरा
रेड कैनरी ने अपने ब्लॉग पोस्ट में इस मालवेयर से जुड़ी जानकारी दी है। रिसर्चर्स ने पाया कि इस मालवेयर के कई वर्जन यूजर्स को टारगेट कर रहे थे।
यह मालवेयर इंटेल चिप बेस्ड डिवाइसेज के अलावा ऐपल के नए M1-चिप बेस्ड डिवाइसेज तक भी पहुंच चुका था।
बीते दिनों ऐपल के M1 चिप वाले मैकबुक्स में मिला पहला मालवेयर सामने आया था। नया मालवेयर स्लीपर स्टेट में होने के चलते सक्रियता नहीं दिखा रहा था।
ट्विटर पोस्ट
ट्विटर पर दी जानकारी
Despite the missing payload, Silver Sparrow's forward-looking M1 chip compatibility, global reach, relatively high infection rate, and operational maturity suggest Silver Sparrow is a reasonably serious threat.
— Red Canary (@redcanary) February 19, 2021
चिंता
अपनी पहचान मिटा सकता था मालवेयर
रिसर्चर्स ने इस स्लीपर मालवेयर को सिल्वर स्पैरो नाम दिया है।
इस मालवेयर से जुड़ी सबसे खतरनाक बात यह है कि इसमें एक सेल्फ-डिस्ट्रक्शन मैकेनिज्म दिया गया था, यानी कि एक बार काम खत्म करने के बाद यह मालवेयर खुद को खत्म कर सकता था।
इसके बाद यूजर्स को पता ना चलता कि उसके मैक डिवाइस पर हैकर्स की ओर से किसी तरह का मालवेयर अटैक किया गया है।
हालांकि, अब ऐपल ने इससे जुड़ी दिक्कत फिक्स कर दी है।
मालवेयर
बीते दिनों मिला था पहला M1 चिप मालवेयर
सिक्योरिटी रिसर्चर पैट्रिक वार्डल ने बीते दिनों MacRumors पर शेयर की रिपोर्ट में खासतौर से M1 चिप वाले मैकबुक्स के लिए तैयार किए गए पहले मालवेयर के बारे में बताया।
इसकी मदद से ऐड्स दिखाने अलावा यूजर्स को डाटा चोरी का शिकार बनाया जा सकता था।
रिसर्चर्स ने कहा है कि इंटेल से ऐपल का अलग होना और नए M1 चिप का मैकबुक्स में इस्तेमाल अटैकर्स के लिए नए दरवाजे खोल सकता है।
नुकसान
मालवेयर से हुए नुकसान की जानकारी नहीं
बेशक नए मालवेयर का पता चल गया हो लेकिन इसकी वजह से यूजर्स को डिवाइस को हुए नुकसान से जुड़े कोई संकेत अब तक नहीं मिले हैं।
रेड कैनरी ने बताया कि ऐपल ने उन बाइनरीज को रिवोक कर दिया है, जिनकी वजह से यूजर्स गलती से इसे इंस्टॉल कर सकते थे।
हालांकि, एक बात चिंता बढ़ा सकती है कि अब मिले मालवेयर मैक सिस्टम में लंबे वक्त से मौजूद थे।