भारत में खूब खरीदे गए टैबलेट, चार साल बाद 2020 में हुई ग्रोथ
भारतीय टैबलेट मार्केट के लिए साल 2020 काफी अच्छा रहा क्योंकि लगातार चार साल से देखने को मिल रही गिरावट के बाद अच्छी ग्रोथ इस साल दर्ज की गई। साल 2020 में टैबलेट मार्केट ने डबल डिजिट ग्रोथ रिकॉर्ड की और ऑनलाइन क्लासेज जैसी जरूरतों के चलते टैबलेट्स खूब बिके। भारत में टैबलेट्स की बिक्री से जुड़ा डाटा इंटरनेशनल डाटा कॉर्पोरेशन (IDC) की ओर से शेयर किया गया है। दरअसल, कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते ऑनलाइन क्लासेज को बढ़ावा मिला।
कंज्यूमर सेगमेंट में हुआ फायदा
इंटरनेशनल डाटा कॉर्पोरेशन ने अपनी नई वर्ल्डवाइड क्वॉर्टरली पर्सनल कंप्यूटिंग डिवाइस ट्रैकर रिपोर्ट शुक्रवार को पब्लिश की है। इसके मुताबिक, भारत ने साल 2020 में करीब 28 लाख टैबलेट्स की सेल की, जो साल 2019 के मुकाबले 14.7 प्रतिशत बढ़त को दर्शाती है। हालांकि, कंज्यूमर सेगमेंट में जहां टैबलेट शिपमेंट्स 59.8 प्रतिशत तक बढ़े, वहीं सरकारी प्रोजेक्ट्स टाले जाने के चलते कॉमर्शियल सेगमेंट में 14.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
बजट सेगमेंट में हुई सबसे ज्यादा बिक्री
भारतीय मार्केट के नेचर के हिसाब से साल 2020 में भी सबसे ज्यादा टैबलेट बजट सेगमेंट में खरीदे गए। IDC की मानें तो पिछले साल कॉमर्शियल सेगमेंट्स में बिकने वाले टैबलेट्स का एवरेज सेलिंग प्राइस (ASP) 255 डॉलर (करीब 18,654 रुपये) रहा। कुल शिपमेंट्स के आधे डिवाइस 100 डॉलर से 200 डॉलर के बीच कीमत वाले सेगमेंट में खरीदे गए। वहीं, 300 डॉलर से ज्यादा कीमत वाले टैबलेट्स सेगमेंट में 72.3 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
सबसे ज्यादा बिके लेनोवो के टैबलेट
पिछले साल लेनोवो के सबसे ज्यादा टैबलेट भारत में खरीदे गए और कंज्यूमर सेगमेंट में इसकी सालाना बढ़त 153 प्रतिशत दर्ज की गई। दूसरी पोजीशन पर साउथ कोरियन ब्रैंड सैमसंग ने कब्जा जमाया और कंज्यूमर सेगमेंट में सबसे तेज (सालाना 157 प्रतिशत) ग्रोथ करने वाली कंपनी बनी। भारतीय ब्रैंड i-बॉल (iBall) की जगह लेते हुए ऐपल ने लिस्ट में तीसरी पोजीशन पर कब्जा जमाया। हालांकि, बीच में कंपनी को स्टॉक उपलब्ध ना होने जैसी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा।
एजुकेशन सेक्टर की वजह से दिखी ग्रोथ
IDC इंडिया क्लाइंड डिवाइसेज के असोसिएट रिसर्च मैनेजर जयपाल सिंह ने बताया कि टैबलेट मार्केट में आई ग्रोथ की वजह एजुकेशन सेक्टर से जुड़ी रही। उन्होंने कहा, "अब तक जो ग्रोथ देखने को मिली है, वह एजुकेशन सेक्टर से आई है। स्कूल्स के वर्चुअल होते ही प्राइमरी और अपर प्राइमरी लेवल स्टूडेंट्स के लिए टैबलेट एक जरूरत बन गया।" कुछ ऐसे ही ट्रेंड्स लैपटॉप मार्केट में भी देखने को मिले हैं, जिसकी ग्रोथ 'वर्क-फ्रॉम-होम' के चलते दर्ज की गई।