स्लो हो गया है आपका डिवाइस? लैपटॉप और स्मार्टफोन में क्लियर करें गूगल क्रोम कैश
क्या है खबर?
गूगल पर कुछ सर्च करते वक्त कई बार इंटरनेट स्पीड या फिर डिवाइस स्लो हो जाता है।
ऐसा सिर्फ लैपटॉप्स ही नहीं, स्मार्टफोन्स के साथ भी देखने को मिलता है और इसके लिए ब्राउजर कैश (Cache) जिम्मेदार है।
इंटरनेट सर्फिंग आसान बनाने के लिए टेंपरेरी वेबसाइट डाटा, इमेजेस और डॉक्यूमेंट्स कैश के तौर पर सेव हो जाते हैं।
यह जानकारी स्टोर होते रहने के चलते कई बार डिवाइस की परफॉर्मेंस और प्रोसेसिंग स्लो हो जाती है।
स्टोरेज
डिवाइस स्टोरज से क्लियर करें ब्राउजर कैश
डिवाइस लैग जैसी दिक्कतों से निपटने के लिए ब्राउजर कैश क्लियर किया जा सकता है।
अगर आपको गूगल क्रोम में ऐसा करने की प्रक्रिया नहीं पता है, तो यह बेहद आसान प्रक्रिया है।
ब्राउजर का कैश और कुकीज क्लियर कर स्टोरेज स्पेस फ्री करने के अलावा ब्राउजर से जुड़ी तकनीकी दिक्कतें दूर की जा सकती हैं।
इतना करते हुए आप कंप्यूटर की या स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस भी बेहतर कर सकते हैं।
कंप्यूटर
PC में कैश क्लियर करने का यह है तरीका
सबसे पहले अपने कंप्यूटर में क्रोम ब्राउजर ओपेन करें और टॉप राइट में दिख रहे 'तीन डॉट्स' पर टैप करें।
यहां दिखने वाले मेन्यू में आपको मोर टूल्स ऑप्शन और फिर ब्राउजिंग डाटा पर क्लिक करना होगा।
आप टाइम रेंज चुन सकते हैं या सेलेक्ट ऑल का दूसरा विकल्प मिलता है।
कुकीज, अदर साइट डाटा और कैश इमेजेस एंड फाइल्स के सामने दिख रहे बॉक्स पर टिक लगा दें और 'क्लियर डाटा' पर क्लिक करें।
मोबाइल
मोबाइल ब्राउजर पर यह है तरीका
क्रोम मोबाइल ब्राउजर ओपेन करने के बाद टॉप पर दिख रहे 'थ्री डॉट' मेन्यू पर टैप करें।
यहां सेटिंग्स पर टैप करने के बाद बेसिक्स टैब में जाएं और 'प्राइवेसी एंड सिक्योरिटी' का विकल्प चुनें।
क्लियर ब्राउजिंग डाटा में जाने पर बेसिक और एडवांस्ड टैब्स दिख जाएंगे और आप क्लियर करने के लिए कैश और वेबसाइट डाटा चुन पाएंगे।
सबसे आखिरी में क्लियर डाटा पर टैप करना होगा और प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
बदलाव
डिलीट हो जाएंगी साइट सेटिंग्स
ब्राउजर कैश से पता चलता है कि यूजर ने कौन सी वेबसाइट्स ऐक्सेस की हैं इसलिए कैश क्लियर करना प्राइवेसी और परफॉर्मेंस दोनों में फायदा पहुंचाता है।
ध्यान रहे, कैश और कुकीज क्लियर करने के बाद साइट्स पर की गईं सेटिंग्स डिलीट हो जाएंगी।
यानी कि अगर आपने किसी वेबसाइट में साइन-इन किया है तो आप लॉग-आउट हो जाएंगे और दोबारा लॉगिन करना पड़ेगा।
साइट्स पर किए गए अन्य बदलाव भी दोबारा करने होंगे।
प्राइवेसी
बेहतर प्राइवेसी के लिए एक्सटेंशंस का इस्तेमाल
क्रोम फ्लेक्सिबल और ओपेन-सोर्स ब्राउजर है, यानी कि गूगल ने इंडिपेंडेंट डिवेलपर्स को प्राइवेसी-फोक्स्ड अनुभव देने की अनुमति दे रखी है।
अगर आप क्रोम में बेहतर प्राइवेसी चाहते हैं तो क्रोम वेब स्टोर पर जाकर ऐसे एक्सटेंशंस डाउनलोड कर सकते हैं।
इन एक्सटेंशंस के साथ आपको अलग-अलग प्राइवेसी फंक्शंस मिल जाते हैं।
कुछ एक्सटेंशंस अपने आप ब्राउजर कैश और टेंपरेरी वेबसाइट डाटा डिलीट करने का काम भी कर देते हैं।