राजस्थान: बारां में चाकूबाजी की घटना के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा; इंटरनेट बंद, कर्फ्यू लागू
कोरोना वायरस महामारी के बीच राजस्थान के बारां जिले के छबड़ा कस्बे में शनिवार को मामूली कहासुनी के बाद दो युवकों को चाकू घोंपकर घायल कर दिया गया। इस घटना ने क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया। रविवार को गुस्साई भीड़ ने दर्जनों वाहन एवं दुकानों में आग के हवाले कर दिया कई जगह तोडफोड़ भी की। बिगड़ते हालातों को देखते हुए जिला प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगाने के साथ इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।
गाड़ी खड़ी करने को लेकर हुए विवाद के बाद किया चाकू से हमला
बारां पुलिस अधीक्षक (SP) विनीत बंसल ने बताया कि अहमदपुरा निवासी कमल गुर्जर (35) शनिवार शाम को धरनावदा चौराहे पर गाड़ी खरीदकर फल खरीद रहे थे। उसी दौरान चार-पांच युवकों से गाड़ी हटाने को लेकर विवाद हो गया। इस पर युवकों ने चाकू घोंपकर उन्हें घायल कर दिया। उस दौरान बीच-बचाव करने पहुंचे राकेश धाकड़ (23) भी युवकों ने चाकू से हमला कर दिया और फरार हो गए। बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिया धरना
SP ने बताया कि घटना के बाद घायल युवकों के परिजन और जाट तथा गुर्जर समुदायों के सदस्यों ने पांच आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए शनिवार रात को धरनावाड़ा सर्किल पर धरना दिया। ये लोग देर रात तक मौके पर डटे रहे। इसके बाद पुलिस ने आरोपी फरीद, आबिद, समीर को गिरफ्तार कर लिया। बाद में पुलिस ने अन्य दो आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर धरना खत्म कराया।
रविवार सुबह फिर आमने-सामने हुए दोनों समुदाय
रविवार सुबह लोग फिर धरनावदा चौराहे पर एकजुट हुए। लोग आपस में बातचीत कर रहे थे, इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोग भी वहां जुट गए। दोनों समुदाय के लोग फिर आमने-सामने हो गए। दोनों तरफ से पथराव किया गया। ऐसे में वहां भगदड़ मच गई। कुछ ही मिनटों में पूरे बाजार में तनाव हो गया। बेकाबू भीड़ ने एक के बाद छह दुकानों में आग लगा दी। इसके अलावा कई दुकानों में तोड़फोड़ कर सामान की लूटपाट की।
गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर भी किया पथराव
SP ने बताया कि गुस्सा भीड़ ने बस, कार सहित आग बुझाने पहुंची छबड़ा थर्मल की दमकल में तोड़फोड़ कर दी। सब्जीमंडी, अलीगंज बाजार, बस स्टैंड, पुराना बाजार सहित विभिन्न स्थानों पर दुकानों, गुमटियों, वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं भीड़ ने पुलिस पर भी पथराव किया। इसमें एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। बाद में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को तितर-बितर किया। मौके पर अभी भी तनाव बना हुआ है।
अभी भी जारी है हिंसा- SP
SP ने बताया, "हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। भीड़ की हिंसा जारी है और हम स्थिति नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं। वैसे हिंसा में किसी के हताहत होने की कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आयी है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।"
जिला कलक्टर ने दिए कर्फ्यू और इंटरनेट बंदी के आदेश
क्षेत्र में बढ़ती हिंसा औश्र सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए बारां जिला कलक्टर ने धारा 144 के तहत मिली शक्तियों का उपयोग करते हुए छबड़ा के नगरपालिका क्षेत्र में रविवार को शाम चार बजे से अगले आदेश तक कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी कर दिया है। इसके अलावा क्षेत्र में माहौल को लेकर किसी भी प्रकार की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए 13 अप्रैल को शाम चार बजे तक इंटरनेट सेवा को भी निलंबित कर दिया है।
पुलिस की नाकामी से हुई हिंसा- सिंघवी
विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने घटना की निंदा करते हुए इसके लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने शुरुआत में ही घटना को गंभीरता से लिया होता तो हिंसा को टाला जा सकता था। उन्होंने कहा कि यह स्थानीय पुलिस की नाकामी है कि आजाद सर्किल से लेकर अलीगंज एवं लोटाभैरुं में भारी नुकसान हुआ। जिसमें निरपराध व्यापारियों की दुकानें जला दी गई। यदि पुलिस समय पर कदम उठाती तो इसे रोका जा सकता था।