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    गूगल बार्ड शुरुआती कमी के बाद अब तक कितना बदला? 
    टेक्नोलॉजी

    गूगल बार्ड शुरुआती कमी के बाद अब तक कितना बदला? 

    लेखन रजनीश
    June 08, 2023 | 07:12 pm 1 मिनट में पढ़ें
    गूगल बार्ड शुरुआती कमी के बाद अब तक कितना बदला? 
    गूगल बार्ड को जब शुरुआत में पेेश किया गया था तब यह ChatGPT से कई मामलों में पीछे था

    गूगल ने इस साल फरवरी में OpenAI के चैटबॉट ChatGPT के जवाब में बार्ड पेश किया था। हालांकि, बार्ड को जब पेश किया गया तब यह प्रतिद्वंदी ChatGPT के मुकाबले कुछ खास नहीं था। बार्ड ने डेमो में एक प्रश्न का गलत उत्तर दे दिया था, जिससे गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट के शेयर गिर गए। इससे ये चर्चा होने लगी कि माइक्रोसॉफ्ट समर्थित OpenAI को टक्कर देने में गूगल विफल रहा। हालांकि, अब बार्ड में काफी सुधार हुआ है।

    गूगल की देरी ने OpenAI को दिया मौका

    गूगल वर्षों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी थी, लेकिन ये कंपनी अपनी AI क्षमता को दिखाने के लिए कोई ऐप नहीं लॉन्च कर रही थी। गूगल की देरी ने OpenAI को मौका दे दिया और उसका ChatGPT छा गया। इस सफलता ने गूगल को हिलाकर रख दिया। नतीजन गूगल को अपने तय समय से पहले ही चैटबॉट बार्ड लॉन्च करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

    बार्ड की शुरुआती असफलता के बाद CEO ने लिया था ये फैसला

    बार्ड की असफल लॉन्चिंग के बाद ऐसी रिपोर्ट भी सामने आई थी कि गूगल के CEO सुंदर पिचई ने कर्मचारियों से बार्ड को रोज 2 से 4 घंटे ट्रेनिंग देने के लिए कहा था। गूगल ने बार्ड का आंतरिक्ष परीक्षण किया और फिर इसे सार्वजनिक परीक्षण के लिए रोलआउट किया। गूगल ने ब्रिटेन और अमेरिका में चुनिंदा यूजर्स के लिए चैटबॉट को लाइव किया था। इसके सार्वजनिक परीक्षण ने गूगल को अपेक्षित परिणाम नहीं दिया।

    बार्ड को मिला PaLM 2 लैंग्वेज मॉडल का सपोर्ट

    गूगल का बार्ड पहले लैंग्वेज मॉडल फॉर डॉयलॉग एप्लीकेशन (LaMDA) जैसे बड़े लैंग्वेज मॉडल (LLM) पर संचालित था। अपने प्रतिद्वंदियों द्वारा लगातार पिछड़ने के बाद गूगल ने बार्ड के इंजन को बदलने का निर्णय लिया। इस वर्ष गूगल ने अपने I/O में अधिक पॉवरफुल LLM की घोषणा की जिसे पाथवेज लैंग्वेज मॉडल 2 (PaLM 2) कहा जाता है। इसने बार्ड को नई क्षमता प्रदान की। इसके साथ ही बार्ड में थर्ड पार्टी प्लगइन्स भी इंटीग्रेट किए गए।

    पिछले हफ्ते मिला ये अपडेट

    बार्ड अब अपने जवाब में तस्वीरों को भी शामिल कर सकता है और ये URL पढ़ने के लिए इंटरनेट का भी उपयोग कर सकता है। पिछले हफ्ते कंपनी ने बार्ड को अपडेट किया है। अपडेट के बाद यह अधिक सटीक जवाब देने में सक्षम होने के साथ ही और अधिक सटीक लोकेशन में भी सक्षम हुआ है। बेहतर सर्च रिजल्ट देने के लिए बार्ड यूजर्स के लोकेशन का उपयोग करने में सक्षम होगा।

    कोडिंग और मैथ में हुआ बेहतर

    कोडिंग और गणितीय टास्क बार्ड की बड़ी कमजोरियां रही हैं। गणितीय कार्यों और कोडिंग में इसे बेहतर बनाने के लिए गूगल ने एक नया अपडेट जारी किया। अब ये चैटबॉट कंप्यूटेशनल इनपुट का पता लगा सकता है और बैकग्राउंड में कोड रन कर सकता है।

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