गूगल सर्च में दिख रहा है आपको फोन नंबर या पता? हटवाना हुआ आसान
अल्फाबेट की ओनरशिप वाली सर्च इंजन कंपनी गूगल अपने यूजर्स को उनकी पर्सनल जानकारी सर्च रिजल्ट्स से हटाने का विकल्प दे रही है। अगर आप उन यूजर्स में से हैं, जिनके घर का पता, फोन नंबर या ईमेल सर्च रिजल्ट्स में दिखते हैं, तो नया बदलाव आपके काम का है। बेहतर पर्सनल प्राइवेसी और इन्फॉर्मेशन ऐक्सेस की जरूरत समझते हुए कंपनी ने ये सुधार किए हैं। यूजर्स को उनकी जानकारी पर पहले के मुकाबले ज्यादा नियंत्रण मिलेगा।
यूजर्स की मांग के चलते किया गया बदलाव
दुनिया के सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले इंटरनेट सर्च टूल ने गुरुवार को कहा कि इसकी रिमूवल पॉलिसीज का विस्तार किया गया है। कंपनी ने बताया है कि यूजर्स की ओर से की जा रही मांग के चलते बदलाव किए गए हैं। यूजर्स के कॉन्टैक्ट डीटेल्स आसानी से गूगल पर उपलब्ध होने के चलते उनके लिए खतरे बढ़ गए थे। कंपनी ने एक ब्लॉग में बताया कि यूजर्स अपनी जानकारी रिजल्ट्स पेज से हटवाने के लिए रिक्वेस्ट भेज सकते हैं।
देखें कंपनी का ट्वीट
सर्च रिजल्ट्स में दिखती थी सेंसिटिव जानकारी
गूगल सर्च के ग्लोबल पॉलिसी लीड मिशेल चांग ने कहा, "रिसर्च में सामने आया है कि रिजल्ट्स में ढेर सारी पर्सनल जानकारी दिख रही है, जिसे यूजर्स संवेदनशील मानते हैं।" एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "जिन यूजर्स की जानकारी ऑनलाइन शेयर की गई है, वे इस कंटेंट को हटाना चाहते हैं और इससे नाखुश हैं।" ज्यादातर यूजर्स अपनी संवेदनशील जानकारी पर पूरा नियंत्रण चाहते हैं और इसे बाकियों के साथ शेयर नहीं करना चाहते।
अब तक केवल इन यूजर्स की रिक्वेस्ट लेती थी गूगल
गूगल अब तक केवल वे वेबपेजेस सर्च रिजल्ट्स से हटाने की रिक्वेस्ट लेती थी, जिनमें किसी तरह की धमकी के साथ कॉन्टैक्ट इन्फॉर्मेशन शेयर की जाती थी, या फिर जो पेज जानकारी हटाने के बदले पैसों की मांग करते थे। इसके अलावा गूगल बैंक अकाउंट्स से जुड़े लिंक्स और क्रेडिट कार्ड नंबर्स या मेडिकल रिकॉर्ड्स हटाती थी। हाल के दिनों में गूगल को इन्फॉर्मेशन हटाने से जुड़ी सैकड़ों रिक्वेस्ट मिल रही थीं, जिनमें से 13 प्रतिशत पर कार्रवाई की गई।
जानकारी हटने में लगेगा कुछ दिनों का वक्त
चांग ने बताया कि यूजर्स को नया विकल्प कॉन्टैक्ट इन्फॉर्मेशन पॉलिसी के तहत मिलने जा रहा है। कंपनी पब्लिक इंट्रेस्ट से जुड़ा डाटा सर्च रिजल्ट्स से नहीं हटाएगी और सरकारी वेबसाइट या दूसरे आधिकारिक सोर्स पर दिए गए पब्लिक रिकॉर्ड्स भी नहीं हटाए जाएंगे। गूगल का कहना है कि इस प्रक्रिया में कुछ दिन का वक्त लग सकता है। यानी कि डाटा हटाने की रिक्वेस्ट भेजने के कुछ दिन बाद उसपर कार्रवाई होगी।
गूगल न्यूज सेक्शन को मिले कई अपडेट
ऑनलाइन अफवाहों और फेक न्यूज पर रोक लगाने के लिए गूगल की ओर से सर्च और न्यूज सेक्शन को अपडेट्स दिए जा रहे हैं। पिछले साल कंपनी ने यूजर्स को तेजी से बदल रहीं स्टोरीज के बारे में नोटिफिकेशंस भेजने और 'अबाउट दिस रिजल्ट' सेक्शन की शुरुआत की थी। कंपनी ने अपने फैक्ट-चेकिंग टूल्स के इस्तेमाल से जुड़े कुछ टिप्स दिए हैं और भरोसेमंद सोर्स की पहचान करने में भी यूजर्स की मदद करेगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
गूगल कोई कीवर्ड सर्च करने पर यूजर्स को उससे जुड़े ढेरों लिंक्स दिखाए जाते हैं। इन लिंक्स को रैंक करने के लिए गूगल जिस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है, उसे पेजरैंक कहते हैं। पेजरैंक टेक्नोलॉजी का नाम गूगल के को-फाउंडर लैरी पेज से प्रेरित है।