जीबोर्ड में टेक्स्ट-टू-इमेज जनरेटर जोड़ सकता है गूगल, शब्दों को तस्वीरों में बदलेगा
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आने वाले समय में विभिन्न सॉफ्टवेयर से लेकर वेबसाइट्स और ऐप्स को बदलने की क्षमता रखता है। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज टेक कंपनियां अपने प्रॉडक्ट्स में AI को शामिल कर रही हैं। इससे उनके प्रोडक्ट्स की कार्यक्षमता और दक्षता बढ़ जाएगी।
इसी कड़ी में जीबोर्ड भी एंड्रॉयड के लिए इमेजेन को इंटीग्रेट करने पर काम कर रही है। इसमें टेक्स्ट-टू-इमेज जनरेटर के जरिए लिखे हुए टेक्स्ट को तस्वीर में बदला जा सकेगा।
गूगल
जीबोर्ड के बीटा वर्जन में मिली इमेजन की-बोर्ड की जानकारी
9to5Google द्वारा हाल ही में किए गए एंड्रॉयड पैकेज किट (APK) टियरडाउन में जीबोर्ड के नए बीटा वर्जन में इमेजन की-बोर्ड का उल्लेख दिखता है। यह इमेजन फीचर क्लिपबोर्ड, ट्रांसलेट और वन हैंड जैसे शॉर्टकट स्ट्रिप/पेज में दिखाई देगा।
इमेजेन के बारे में आपको बता दें कि यह यह टेक्स्ट-टू-इमेज जनरेटर DALL-E 2 के समान है, जिसका स्वामित्व OpenAI के पास है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स द्वारा सबमिट किए गए अनुरोध के आधार पर यह तस्वीर बनाने में सक्षम है।
एंड्रॉयड
DALLE-E के मुकाबले लोगों को इमेजेन के नतीजे बेहतर मिले
गूगल के शोध में पाया गया कि अधिकतर लोगों ने DALLE-E के मुकाबले इमेजेन के नतीजों को ज्यादा बेहतर बताया। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि इमेजेन को लंबे फॉर्म वाले टेक्स्ट, दुर्लभ शब्दों और चुनौतीपूर्ण संकेतों में भी बेहतर माना जाता है।
चूंकि APK टियरडाउन अभी इसके विकास पर केंद्रित है, इसलिए इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि इसे आने वाली अपडेट में शामिल किया जाएगा या नहीं।
माइक्रोसॉफ्ट
गूगल और माइक्रोसॉफ्ट अपने प्रॉडक्ट्स को AI से लैस कर रहे हैं
माइक्रोसॉफ्ट अपने वर्ड और एक्सल टीम्स जैसे प्रॉडक्ट्स को AI से लैस कर उनकी क्षमता और दक्षता को अगले लेवल पर बढ़ाने के प्रयास में लगा है। उधर गूगल भी अपने मैप सहित कई प्रॉडक्ट्स में AI को इंटीग्रेट कर रही है।
हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने सर्च इंजन बिंग और ऐज ब्राउजर को OpenAI के साथ मिलकर AI से लैस किया है।
AI चैटबॉट सर्च करने पर वेबसाइटों की लिंक देने की जगह मानवीय भाषा में जवाब देते हैं।
चैटबॉट
ChatGPT से मुकाबले के लिए गूगल ने लॉन्च किया 'बार्ड'
इस महीने की शुरुआत में ही गूगल ने OpenAI के ChatGPT के खिलाफ मुकाबले के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित अपना चैटबॉट 'बार्ड' लॉन्च किया है।
बार्ड ने एक सवाल का गलत उत्तर दे दिया था, जिसके चलते गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट के शेयर काफी नीचे गिए गए और कंपनी को करोड़ों रुपये का घाटा हो गया।
OpenAI में गूगल की प्रतिस्पर्धी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने काफी पैसा निवेश किया हुआ है।