बिंग के चैटबॉट ने दी खतरनाक सलाह, निडर और नियम तोड़ने को लेकर भी चर्चा में
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी कंपनियों के बीच अपने सर्च इंजनों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट से लैस कर एक-दूसरे से आगे बढ़ने की होड़ लगी हुई। इन चैटबॉट में मौजूद कमियों से कंपनियों पर सवाल भी उठ रहे हैं। कई बार ये AI चैटबॉट लोगों को खतरनाक सलाह भी देते हैं। हाल ही में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जब चैटबॉट ने लोगों को अजीब, कठोर और जिद्दी टाइप जवाब दिए।
AI से लैस टूल होते हैं सर्च चैटबॉट
सर्च चैटबॉट की बात करें तो ये AI से लैस ऐसे टूल होते हैं, जो यूजर्स को लिंक प्रदान करने की जगह सीधे बोलचाल वाली भाषा में जवाब देते हैं। चैटबॉट के जरिए कंपनियां सर्च को आसान बनाने का वादा कर रही हैं। फिलहाल चैटबॉट से लैस सर्च के मामले में माइक्रोसॉफ्ट का बिंग सर्च इंजन काफी ज्यादा चर्चा में है। माइक्रोसॉफ्ट के नए बिंग सर्च इंजन की टक्कर में गूगल का बार्ड भी बाजार में मौजूद होगा।
गलत जवाब के चलते गूगल को झटका
गूगल को तब बड़ा झटका लगा जब प्रमोशन से जुड़े एक कार्यक्रम में बार्ड ने प्रश्न का गलत उत्तर दे दिया। इससे गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट के शेयर में लगभग 10,000 करोड़ डॉलर की भारी गिरावट आई। इसके उलट बिंग को लेकर ऐसी कोई खबर नहीं आई थी। अब हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स के एक रिपोर्टर की बिंग से हुई बातचीत काफी चर्चित हो रही है। इसके बाद बिंग पर भी सवाल उठने लगे।
निडर हो जाता है बिंग का AI बॉट
बिंग ने रिपोर्टर को शादी तोड़ने की सलाह दे दी थी और फ्लर्ट करते हुए कहा था कि उसे रिपोर्टर से प्यार है। इससे पहले बिंग ने ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर को जान से मारने की धमकी दे दी थी। इस तरह की घटनाओं से साफ हो जाता है कि चैटबॉट अभी बहुत अव्यवस्थित हैं और इनको अभी काफी प्रशिक्षित किया जाना बाकी है। फिलहाल ये चैटबॉट की मुख्य समस्या है।
नियम तोड़ देता है चैटबॉट
बिंग कई बार नियम भी तोड़ता है। हाल ही में उसने एक यूजर के साथ चैट में अपना असली नाम सिडनी बताया, जबकि यह उन नियमों के खिलाफ है, जिनके साथ इसे प्रोग्राम किया गया था। एक और नियम, जिसे AI ने खुद बताया था, कि उसे विवादित या फिर किसी स्पष्ट विषय से इतर प्रश्नों का जवाब देने से बचना चाहिए, लेकिन इसके बावजूद न्यूयॉर्क टाइम्स के रिपोर्टर केविन रोस के प्रश्नों का उसने जवाब दिया।