एलन मस्क ने कही अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन को तोड़ने की बात, बोले- मंगल पर चलते हैं
क्या है खबर?
एलन मस्क ने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) को कक्षा से हटाने की तैयारी शुरू करने की बात कही है।
उनका मानना है कि ISS ने अपना उद्देश्य पूरा कर लिया है और अब इसका महत्व कम रह गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि अमेरिका को इसे जल्द हटाने का फैसला लेना चाहिए और अगले 2 साल में काम पूरा हो जाना चाहिए।
मस्क का कहना है कि अब मानवता को मंगल ग्रह पर जाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
योजना
ISS को हटाने की मौजूदा योजना
ISS को 2030 तक नियंत्रित तरीके से कक्षा से हटाने की योजना पहले से बनाई जा चुकी है।
नासा और इसके साझेदार (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी, कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी और रूस की रोस्कोस्मोस) इसे डीऑर्बिट वाहन से हटाने की तैयारी कर रहे हैं।
हालांकि, रूस 2028 तक ही इस प्रोजेक्ट का हिस्सा रहेगा और उसके बाद अलग हो जाएगा।
ISS को 2000 से लगातार संचालित किया जा रहा है, लेकिन अब इसमें तकनीकी समस्याएं आने लगी हैं।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें मस्क का पोस्ट
It is time to begin preparations for deorbiting the @Space_Station.
— Elon Musk (@elonmusk) February 20, 2025
It has served its purpose. There is very little incremental utility.
Let’s go to Mars.
राय
नासा और अन्य एजेंसियों की राय
नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों का मानना है कि ISS अभी भी वैज्ञानिक शोध के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
नासा का कहना है कि ISS को भविष्य के स्पेस स्टेशनों से जोड़कर अनुसंधान जारी रखा जा सकता है। चंद्रमा और मंगल मिशनों के लिए प्रशिक्षण देने के लिए उपयोगी हो सकता है।
नासा का आर्टेमिस कार्यक्रम पहले चंद्रमा पर मिशन भेजने की योजना बना रहा है, ताकि वहां से मंगल के लिए जरूरी तकनीक विकसित की जा सके।
लक्ष्य
मंगल पर मस्क का फोकस
मस्क लंबे समय से मंगल ग्रह को अपना मुख्य लक्ष्य मानते आए हैं। उन्होंने पहले भी कहा था कि चंद्रमा पर मिशन भेजना सिर्फ समय की बर्बादी है और हमें सीधे मंगल पर जाने की योजना बनानी चाहिए।
स्पेस-X इस दिशा में तेजी से काम कर रही है और स्टारशिप जैसी नई तकनीक विकसित कर रही है, जो मंगल पर इंसानों को भेजने के लिए जरूरी होगी।
हालांकि, नासा की मौजूदा योजना पहले चंद्रमा पर रिसर्च करने की है।