मंगल पर AI के खतरे को देखते हुए एलन मस्क ने किया था डीपमाइंड में निवेश
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी डीपमाइंड के सह-संस्थापक डेमिस हस्साबिस ने एलन मस्क से फंडिंग जुटाई थी।
दरअसल, हस्साबिस ने मस्क ने मंगल पर रिहायशी इलाके बनाने की उनकी योजना में खामी बताई थी, जिसके बाद मस्क उनकी कंपनी में निवेश के लिए तैयार हो गए थे।
इससे पहले मस्क को लगता था कि मंगल पर बस जाने के बाद इंसान धरती पर आने वाले खतरों से बच जाएगा।
बता दें, डीपमाइंड का गूगल ने 2014 में अधिग्रहण कर लिया था।
मामला
क्या था मामला?
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, 2012 में हस्साबिस और एलन मस्क बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान डीपमाइंड के सह-संस्थापक ने मस्क को बताया कि अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मंगल ग्रह पर नहीं पहुंची तो उनका वहां कॉलोनी बनाने की योजना साकार हो सकती है, लेकिन अगर यह वहां पहुंच जाती है तो उस कॉलोनी को नष्ट भी कर सकती है।
इसके बाद इस तकनीक के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए मस्क ने डीपमाइंड में निवेश किया था।
चिंता
AI को लेकर चिंतित हैं मस्क
अमेरिकी अरबपति पिछले काफी समय से मंगल ग्रह पर कॉलोनी बसाने की योजना पर काम कर रहे हैं। इसी बीच वो AI को लेकर भी अपनी चिंताएं व्यक्त कर चुके हैं।
उन्होंने कहा था, "मुझे लगता है ये ऐसी चीज है, जिसे लेकर हमें चिंतित होना चाहिए। हमें किसी नियामक संस्था की जरूरत है, जो AI के विकास पर नजर रख और यह सुनिश्चित कर सके कि यह जनहित में काम कर रही है।"