मंगल ग्रह पर मौजूद इनजेनुइटी हेलिकॉप्टर से फिर संपर्क साधने में सफल हुई नासा
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का मंगल ग्रह पर मौजूद इनजेनुइटी हेलिकॉप्टर से संपर्क दोबारा स्थापित हो गया है। गुरुवार को इस हेलिकॉप्टर को खड़े-खड़े ऊंचाई पर उड़ान के लिए कमांड दी गई थी। लैंडिंग करते समय इसका संपर्क परसीवरेंस रोवर से टूट गया था। यह रोवर इस हेलिकॉप्टर और नासा के बीच संचार सेतु के तौर पर काम करता है। अब नासा की टीम इस हेलिकॉप्टर की 72वीं उड़ान के दौरान टूटे संपर्क के कारणों की पड़ताल कर रही है।
कब लॉन्च किया गया था यह मिशन?
नासा ने 30 जुलाई, 2020 को परसीवरेंस रोवर के साथ इनजेनुइटी हेलिकॉप्टर को मंगल ग्रह की तरफ रवाना किया था। 18 फरवरी, 2021 को यह हेलिकप्टर मंगल की सतह पर सफलतापूर्वक उतर गया था। रोवर का काम मंगल पर प्राचीन जीवन के संकेतों का अध्ययन करना और धरती पर भेजने के लिए नमूने एकत्रित करना था, वहीं इनजेनुइटी को पहली बार किसी दूसरे ग्रह पर उड़ान भरने के लिए भेजा गया था।
इनजेनुइटी ने रचा इतिहास
इनजेनुइटी अपने मिशन में कामयाब रहा और इतिहास में पहला ऐसा एयरक्राफ्ट बन गया है, जिसने किसी दूसरे ग्रह पर नियंत्रित उड़ान भरी है। इसने पहली उड़ान 19 अप्रैल, 2021 को भरी थी। यह उड़ान इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि मंगल ग्रह का वातावरण उड़ानों के लिए उपयुक्त नहीं है। यहां धरती के मुकाबले एक तिहाई ही गुरुत्वाकर्षण बल है। इनजेनुइटी एक ऑटोनोमस एयरक्राफ्ट है, जो इस पर लगे गाइडेंस, नेविगेशन और कंट्रोल सिस्टम से संचालित होता है।