OTP के जरिए साइबर जालसाज कर रहे लोगों से ठगी, आप ऐसे रहें सुरक्षित
वन टाइम पासवर्ड (OTP) के जरिए होने वाले साइबर अपराध के मामले एक बार तेजी से बढ़ रहे हैं। हाल ही में सांसद दयानिधि मारन के बैंक अकाउंट से जालसाजों ने इसी तरह लगभग 1 लाख रुपये की ठगी की है। बिहार के पटना में भी जालसाजों ने भारतीय वायुसेना के एक रिटायर्ड विंग कमांडर के अकाउंट से करीब 9 लाख रुपये उड़ा लिए। इस मामले में भी जालसाजों ने पीड़ित से OTP हासिल कर लिया था।
जालसाज कैसे करते हैं ठगी?
ठगी करने के लिए जालसाज ज्यादातर किसी मालवेयर का उपयोग करते हैं, जो पीड़ित के फोन पर आने वाले OTP को पहले ही जालसाज को बता देता है। कुछ मामलों में जालसाज मनोवैज्ञानिक रणनीति का उपयोग करते हैं और पीड़ित को कॉल करके किसी समस्या में मदद का भरोसा देकर उनसे OTP हासिल कर ठगी करते हैं। सिम कार्ड क्लोनिंग भी एक तरीका है, जिससे जालसाज नकली सिम हासिल करके पीड़ित के मैसेज तक पहुंचने में कामयाब हो जाते हैं।
ऐसी ठगी से कैसे बचें?
किसी भी अनजान नंबर से आने वाले कॉल पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी ना बताएं। व्हाट्सऐप या किसी अन्य माध्यम से आने वाले अनजान अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को जवाब ना दें। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करके किसी ऐप को इंस्टॉल ना करें। इससे जालसाज आपके डिवाइस का डाटा चोरी कर सकते हैं। अपने फोन और कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर को अपडेट रखें। साइबर ठगी की आशंका होने पर अपने बैंक और साइबर अपराध सेल में तत्काल सूचना दें।