
अमेजन ने लॉन्च किया कुइपर सैटेलाइट्स का पहला बैच, मस्क के स्टारलिंक को मिलेगी टक्कर
क्या है खबर?
अमेजन ने अपने इंटरनेट प्रोजेक्ट 'कुइपर' के तहत 27 सैटेलाइट्स का पहला बैच लॉन्च कर दिया।
भारतीय समयानुसार आज सुबह 04:31 बजे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से लॉन्च किया गया। यूनाइटेड लॉन्च अलायंस (ULA) के एटलस 5 रॉकेट ने इन्हें अंतरिक्ष में भेजा।
पहले खराब मौसम के कारण मिशन टाल दिया गया था। लॉन्च के बाद अमेजन ने कहा कि यह मिशन इंटरनेट कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत करेगा।
काम
कैसे काम करेगा कुइपर प्रोजेक्ट?
कुइपर प्रोजेक्ट के तहत अमेजन पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में सैटेलाइट्स का नेटवर्क तैयार कर रहा है।
ये सैटेलाइट लगभग 450 किलोमीटर की ऊंचाई पर रहकर धरती पर इंटरनेट बीम करेंगे। इसका मुख्य मकसद उन क्षेत्रों तक इंटरनेट पहुंचाना है, जहां अब तक कनेक्टिविटी बेहद कमजोर है।
लॉन्च के बाद ये सैटेलाइट्स अपनी तय कक्षा में काम करेंगे और दूरदराज इलाकों में उपभोक्ताओं के लिए इंटरनेट सेवाएं आसान बनायेंगे।
उद्देश्य
उद्देश्य और स्टारलिंक को चुनौती
अमेजन को जुलाई, 2026 तक अपने कुल 3,236 सैटेलाइट्स में से 1,618 सैटेलाइट्स लॉन्च करने हैं।
इसके लिए कंपनी ने 80 से ज्यादा लॉन्च बुक किए हैं, जिसमें स्पेस-X, एरियनस्पेस और ब्लू ओरिजिन जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
अमेजन का मकसद एलन मस्क की स्टारलिंक सेवा को सीधी चुनौती देना है, जिसने पहले ही 8,000 से ज्यादा सैटेलाइट्स के साथ इस क्षेत्र में मजबूत पकड़ बना ली है और सबसे बड़ा नाम बन चुका है।
योजना
बड़ा निवेश और भविष्य की योजना
अमेजन इस प्रोजेक्ट पर लगभग 10 अरब डॉलर (लगभग 850 अरब रुपये) खर्च कर रही है।
कंपनी इस साल के अंत तक उपभोक्ताओं, कारोबारियों और सरकारी संस्थाओं के लिए इंटरनेट सेवा शुरू करने की योजना बना रही है।
अमेजन के CEO एंडी जेसी ने कहा है कि शुरुआत में बड़े निवेश की जरूरत होगी, लेकिन भविष्य में इससे अच्छी कमाई और निवेश पर जबरदस्त रिटर्न मिलने की भी उम्मीद है।