तेजी से बढ़ रहा OTT बाजार, अगले 4 वर्षों में निकल सकती हैं 2.80 लाख नौकरियां
क्या है खबर?
भारत का वीडियो बाजार तेजी से बढ़ रहा है। इसे और आगे ले जाने में प्रीमियम ऑनलाइन वीडियो-ऑन-डिमांड (VoD) कंटेंट अहम भूमिका निभाने वाला है।
प्राइम वीडियो इंडिया द्वारा कमीशन की गई और मीडिया पार्टनर्स एशिया (MPA) द्वारा संचालित एक नई रिपोर्ट से पता चलता है कि भविष्य में स्ट्रीमिंग VoD देश के वीडियो सेक्टर में नए राजस्व वृद्धि के आधे हिस्से को बढ़ावा देगी। इसके साथ ही भविष्य में OTT सेक्टर में नौकरियों की मांग भी बढ़ेगी।
बाजार
इतना बड़ा होगा वीडियो बाजार
रिपोर्ट के अनुसार, स्ट्रीमिंग VoD द्वारा संचालित भारत की वीडियो मनोरंजन अर्थव्यवस्था 2028 तक 13 अरब डॉलर (लगभग 1,088 अरब रुपये) के मूल्यांकन तक पहुंच जाएगी।
स्ट्रीमिंग VoD से वीडियो बाज़ार में उत्पन्न नए राजस्व का आधा हिस्सा योगदान करने की उम्मीद है। प्रीमियम ऑनलाइन वीडियो क्षेत्र ने 2023 में लगभग 1.7 अरब डॉलर (लगभग 142 अरब रुपये) कमाए। यह राजस्व 2028 तक दोगुना होकर 3.7 अरब डॉलर (लगभग 309 अरब रुपये) होने का अनुमान है।
नौकरी
OTT में नौकरियों की मांग बढ़ेगी
साल 2016 से 2030 के बीच OTT की लोकप्रियता बढ़ने के कारण 1.74 लाख नौकरियां पैदा हुईं।
रिपोर्ट के अनुसार, अगर इसी रफ्तार से OTT सेक्टर का विकास जारी रहा तो अगले 4 साल में यानी 2028 तक 2.50 लाख नई नौकरियां इस सेक्टर में पैदा होंगी। अगले 4 वर्षो में VFX, एनीमेशन, सबटाइटलिंग और डबिंग में विशेष कौशल की मांग बढ़ने से कुल 3.30 लाख से अधिक नौकरी के मौके उत्पन्न होंगे।
निवेश
स्थानीय कंटेंट में निवेश
नेटफ्लिक्स और प्राइम वीडियो जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियों के साथ-साथ कई घरेलू सेवाओं सहित स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म कई भाषाओं में स्थानीय कंटेंट में भारी निवेश कर रही हैं।
बढ़त के साथ स्थानीय कंटेंट में निवेश 2023 में भारत में 5.8 अरब डॉलर तक पहुंच गया। इस वृद्धि के बावजूद, मनोरंजन में भारत का निवेश जापान, कोरिया और अमेरिका से पीछे है, जो क्रमशः 10 अरब, 6 अरब और 125 अरब डॉलर के साथ सबसे आगे हैं।