अगस्त में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में जाएगा एक गगनयात्री, नासा-ISRO का संयुक्त मिशन
भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में एक अंतरिक्ष यात्री भेजने की तैयारी कर रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की पहली मानव-चालक अंतरिक्ष उड़ान गगनयान मिशन के लिए चुने 4 चालक दल के सदस्यों में से एक अगस्त के बाद ISS में भेजा जाएगा। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के अनुसार, अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा एक संयुक्त अभ्यास होगा, जिसमें ISRO और नासा संयुक्त मिशन पर काम कर रही हैं।
संयुक्त मिशन के लिए एक्सिओम स्पेस से किया समझौता
विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया, "यह ISRO, नासा और नासा की निजी इकाई एक्सिओम स्पेस का एक सहयोगात्मक प्रयास है।" उन्होंने कहा, "हाल ही में, ISRO ने इस संयुक्त मिशन के लिए एक्सिओम स्पेस के साथ एक अंतरिक्ष उड़ान समझौते पर हस्ताक्षर किए।" नासा के अनुसार, यह ISS के लिए चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन होगा और इसे एजेंसी के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से अगस्त से पहले लॉन्च किया जाना तय है।
गगनयात्रियों का बेंगलुरु में चल रहा है प्रशिक्षण
फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायुसेना के विशिष्ट लड़ाकू पायलट 4 'गगनयात्रियों' के नामों का खुलासा किया था। इनमें ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, अजीत कृष्णन और अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि भारतीय वायुसेना के पायलट बेंगलुरु में ISRO की अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण सुविधा में प्रशिक्षण ले रहे हैं। उन्होंने अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम के 3 में से 2 सेमेस्टर पूरे कर लिए हैं।