वैज्ञानिकों ने ढूंढे सूर्य जैसे तारों की परिक्रमा करने वाले 21 न्यूट्रॉन तारे
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने हाल ही में हमारे सूर्य जैसे तारों की परिक्रमा करने वाले 21 न्यूट्रॉन तारों का पता लगाया है। न्यूट्रॉन तारे विशाल तारों के घने जले हुए कोर हैं। वे अपने आप में बहुत ही फीके होते हैं और आमतौर पर सीधे पता नहीं चल पाते। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के गैया मिशन का उपयोग करते हुए खगोलविद इन सूचक कंपनों को पकड़ने में सक्षम थे, जिससे डार्क न्यूट्रॉन सितारों की एक नई आबादी का पता चला।
क्यों विशेष हैं न्यूट्रॉन तारे?
न्यूट्रॉन तारे पहले भी हमारे सूर्य जैसे तारों की कक्षा में पाए गए हैं। 2 पिंडों के बीच थोड़ी सी दूरी होने के कारण एक न्यूट्रॉन तारा अपने साथी से द्रव्यमान चुरा सकता है। यह द्रव्यमान स्थानांतरण प्रक्रिया न्यूट्रॉन तारे को X-रे या रेडियो तरंगदैर्ध्य पर चमकीला बनाती है। हालांकि, नए अध्ययन में न्यूट्रॉन तारे अपने साथियों से बहुत दूर हैं और उनकी दूरी पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी से एक से 3 गुना अधिक है।
ब्लैक होल का भी चला पता
अध्ययन से पता चला है कि नए पाए गए न्यूट्रॉन तारे अपने साथियों से बहुत दूर हैं, इसलिए वे उनसे सामग्री चुरा नहीं सकते। इसके बजाय वे शांत और अंधेरे हैं। जर्मनी में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉमी के सहायक वैज्ञानिक एल-बैड्री ने गैया डाटा का उपयोग करके हमारी आकाशगंगा में छिपे 2 शांत ब्लैक होल को भी पाया है। पाए गए ब्लैक होल को गैया BH1 कहा जाता है, 1,600 प्रकाश-वर्ष दूर पृथ्वी से सबसे निकटतम ब्लैक होल है।