
भारत में 5G स्पेक्ट्रम्स की नीलामी खत्म, 1.5 लाख करोड़ में बिके सभी स्पेक्ट्रम्स
क्या है खबर?
पिछले सात दिनों से भारत में 5G स्पेक्ट्रम्स के लिए चल रही नीलामी आखिरकार खत्म हो गई है।
भारत की सबसे बड़ी एयरवेव्स ऑक्शन सोमवार को खत्म हुई और इसमें 1,50,173 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम्स की बिक्री हुई है।
रिपोर्ट में सामने आया है कि इस नीलामी में 38 राउंड से ज्यादा बोलियां लगाई गईं और जियो ने सबसे ज्यादा खर्च किया।
वहीं, सरकार को इस नीलामी से 80,000 करोड़ से 90,000 करोड़ रुपये के बीच कमाई की उम्मीद थी।
नीलामी
एयरटेल और जियो के बीच दिखी कड़ी टक्कर
रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया (Vi) और गौतम अडाणी के अडाणी डाटा नेटवर्क्स ने इस नीलामी में हिस्सा लिया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस नीलामी के दौरान खासतौर से UP ईस्ट सर्कल में 1,800MHz फ्रीक्वेंसी के लिए रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली और दोनों कंपनियों ने जमकर बोली लगाई।
26 जुलाई को शुरू हुई नीलामी में नौ बैंड्स के अंदर 72,000MHz स्पेक्ट्रम्स की नीलामी अगले 20 साल के लिए की गई है।
बयान
टेलिकॉम इंडस्ट्री के विस्तार में मिलेगी मदद
टेलिकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुंबई में टेलिकॉम इन्वेस्टर्स राउंडटेबल के बाद 5G स्पेक्ट्रम नीलामी पर बात की।
उन्होंने कहा, "5G नीलामी ने दिखाया है कि इंडस्ट्री विस्तार चाहती है। नीलामी में आए नतीजे बहुत अच्छे हैं और इंडस्ट्री ने स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए 149,966 करोड़ रुपये का निवेश किया है।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि इस नीलामी में अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और यह इंडस्ट्री की गंभीरता को दर्शाता है।
स्पेक्ट्रम
कंपनियों को दिए जाएंगे ये स्पेक्ट्रम्स
सरकार की ओर से 72GHz स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए उतारे गए, जिनके लिए रिजर्व प्राइस पेग वैल्यू 4.3 लाख करोड़ रुपये रखी गई थी।
कंपनियों को 600MHz, 700MHz, 800MHz, 900MHz, 1800MHz, 2100MHz, 2300MHz और 2500MHz के लो स्पेक्ट्रम बैंड्स मिल सकते हैं।
इसी तरह उन्हें 3.3-3.67GHz और 26GHz हाई फ्रीक्वेंसी बैंड्स के स्पेक्ट्रम्स दिए जा सकते हैं।
स्पेक्ट्रम्स अलॉट होने के बाद कंपनियां चुनिंदा लोकेशंस में 5G रोलआउट शुरू कर देंगी।
इंतजार
कब तक मिलने लगेंगी 5G सेवाएं?
सामने आया है कि स्पेक्ट्रम्स मिलने के साथ ही अगस्त-सितंबर महीने में पहले फेज का रोलआउट शुरू किया जाएगा। पहले फेज में भारत के 13 शहरों में 5G सेवाएं मिलना शुरू होंगी।
इन शहरों की लिस्ट में अहमदाबाद, बेंगलुरू, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे शामिल हैं।
दिल्ली एयरपोर्ट, बेंगलुरू मेट्रो, भोपाल और कांडला पोर्ट्स जैसी जगहों पर 5G नेटवर्क की पायलट टेस्टिंग शुरू हो चुकी है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
टेलिकॉम ऑपरेटर्स स्पेक्ट्रम के लिए 20 एनुअल इंस्टॉलमेंट्स में भुगतान कर पाएंगे, जिनका भुगतान हर साल की शुरुआत में एडवांस में करना होगा। साथ ही उन्हें 10 साल बाद स्पेक्ट्रम सरेंडर करने का विकल्प दिया जाएगा, जो इंस्टॉलमेंट्स सेटल होने के बाद किया जा सकेगा।