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वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में 288 वोट के बहुमत से पास, अब राज्यसभा में आएगा
लोकसभा में पास हुआ वक्फ विधेयक, अब राज्यसभा की बारी

वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में 288 वोट के बहुमत से पास, अब राज्यसभा में आएगा

लेखन गजेंद्र
Apr 03, 2025
09:56 am

क्या है खबर?

वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 गुरुवार तड़के करीब 2 बजे लोकसभा में बहुमत से पास हो गया। विधेयक पर बुधवार दोपहर 12 बजे मैराथन चर्चा शुरू हुई थी, जो देर रात डेढ़ बजे तक चली। बहस के लिए 8 घंटे का समय निश्चित किया गया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 12 घंटे कर दिया गया। अंतिम में सरकार के संख्या बल ने विधेयक को पास कर दिया। विधेयक के समर्थन में 288 वोट, जबकि विपक्ष में 232 वोट पड़े थे।

विधेयक

आज राज्यसभा में पेश होगा विधेयक

वक्फ संपत्तियों को नियंत्रित करने के लिए 1995 के कानून में संशोधन करने वाले विधेयक को लोकसभा के बाद गुरुवार को उच्च सदन यानी राज्यसभा में पेश किया जाएगा। लोकसभा में विधेयक पास होते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मौजूद नहीं थे। राहुल ने चर्चा में भाग भी नहीं लिया था। अब केंद्र सरकार को राज्यसभा में विधेयक पास कराने के लिए जोर लगाना होगा। यहां की कुल 247 सीटों में 237 सीटें प्रभावी हैं।

वोट

राज्यसभा में भाजपा बहुमत से थोड़ी दूर

राज्यसभा में अभी 8 सीटें खाली हैं। यहां किसी भी विधेयक को पास होने के लिए 119 सांसदों की जरूरत होगी, तभी विधेयक बहुमत से पास हो सकेगा। सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के पास 112 सांसद हैं। ऐसे में उसे कुछ मनोनीत और अन्य सांसदों का सहारा लेना पड़ सकता है। राज्यसभा में भाजपा के 96, सहयोगी दलों के 16 और मनोनीत 6 सदसयों का समर्थन है। इससे भाजपा बहुमत से दूर है।

विपक्ष

विपक्षी INDIA के पास कितने सांसदों का समर्थन

विपक्षी INDIA के पास 85 सासंद हैं, जिसमें कांग्रेस के 27, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के पास 13, समाजवादी पार्टी के पास 10, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के पास 10 और अन्य को मिलाकर 25 सांसद हैं। यह आंकड़ा बहुमत से 34 कम है। राज्यसभा में वैसे तो विपक्ष के मुकाबले में NDA मजबूत है, लेकिन 26 वोटों को लेकर सस्पेंस है। हालांकि, इनका समर्थन INDIA गठबंधन को मिलता है, तो भी वे बहुमत के आंकड़ों से दूर रहेंगे।

सस्पेंस

इन पर है सस्पेंस

राज्यसभा में ओडिशा की बीजू जनता दल (BJD) के पास 7 और आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की विपक्षी YSR कांग्रेस के पास 7 सदस्य हैं। तमिलनाडु की अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) के पास 4 और तेलंगाना की विपक्षी भारत राष्ट्र समिति (BRS) के पास 4 सदस्य हैं। उत्तर प्रदेश की बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पास 1 सदस्य हैं। राज्यसभा में यह देखना दिलचस्प होगा कि ये किसके पक्ष में मतदान करते हैं।