NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    आम आदमी पार्टी समाचार
    शिवसेना समाचार
    राहुल गांधी
    अमित शाह
    भाजपा समाचार
    इसुदान गढ़वी
    तेजस्वी सूर्या
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / राजनीति की खबरें / निजी और राजनीतिक जीवन से जुड़ी इन घटनाओं को लेकर चर्चा में रहे मुलायम सिंह यादव
    राजनीति

    निजी और राजनीतिक जीवन से जुड़ी इन घटनाओं को लेकर चर्चा में रहे मुलायम सिंह यादव

    निजी और राजनीतिक जीवन से जुड़ी इन घटनाओं को लेकर चर्चा में रहे मुलायम सिंह यादव
    लेखन भारत शर्मा
    Oct 10, 2022, 01:14 pm 1 मिनट में पढ़ें
    निजी और राजनीतिक जीवन से जुड़ी इन घटनाओं को लेकर चर्चा में रहे मुलायम सिंह यादव
    मुलायम सिंह यादव से जुडे पांच यादगार किस्से (तस्वीर: ट्विटर/@samajwadiparty)

    उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह यादव का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को 82 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है। पहलवानी का शौक रखने वाले मुलायम सिंह ने अपने जीवन में कई ऐसे अच्छे या बुरे कदम उठाए थे, जिन्हें हमेशा याद किया जाएगा। ऐसे में आइए उनसे जुड़े अहम किस्सों पर नजर डालते हैं।

    जब कवि सम्मेलन में दरोगा को दी थी पटखनी

    यह बात मुलायम सिंह के पहलवानी के शिखर पर होने के दिनों की है। 26 जून, 1960 को करहल के जैन इंटर कॉलेज में आयोजित कवि सम्मलेन में कवि दामोदर स्वरूप विद्रोही 'दिल्ली की गद्दी सावधान' कविता पढ़ रहे थे। यह कविता सरकार के खिलाफ थी तो वहां तैनात एक दरोगा (इंस्पेक्टर) ने उन्हें रोकते हुए माइक छीन लिया। उस दौरान वहां बैठे मुलायम सिंह ने मंच पर पहुंचकर 10 सेकेंड में दरोगा को उठाकर मंच पर गिरा दिया।

    हमला होने पर उड़वाई थी अपनी ही मौत की अफवाह

    मुलायम सिंह 4 मार्च, 1984 को इटावा और मैनपुरी में रैली के बाद मैनपुरी में अपने दोस्त से मिलकर लौट रहे थे तो कुछ लोगों ने उनकी कार पर गोलीबारी कर दी। करीब आधे घंटे आरोपियों और पुलिसवालों के बीच गोलीबारी चलती रही। उस दौरान चालक का ध्यान भटकने से उनकी गाड़ी सूखे नाले में गिर गई। उसी समय मुलायम सिंह ने सबकी जान बचाने के लिए अपने समर्थकों से अपनी मौत की अफवाह फैलाने को बोल दिया था।

    समर्थकों के चिल्लाने पर आरोपियों ने बंद कर दी थी फायरिंग

    मुलायम सिंह के आदेश पर समर्थकों ने जोर-जोर से 'नेताजी मर गए, उन्हें गोली लग गई' चिल्लाना शुरू कर दिया। इससे हमलावरों को लगा कि मुलायम सिंह हकीकत में मर गए। ऐसे में उन्हें मरा समझकर आरोपियों ने गोलीबारी बंद कर दी। इसके बाद वह भागने लगे तो पुलिस की गोली लगने से एक आरोपी छोटेलाल की मौत हो गई, जबकि दूसर आरोपी नेत्रपाल घायल हो गया। उसके बाद सुरक्षाकर्मी मुलायम सिंह को जीप में कुर्रा पुलिस थाने ले गए।

    पुलिस को दिया था कारसेवकों पर गोलियां चलाने का आदेश

    1989 में लोकदल की सरकार में मुलायम सिंह को पहली बार प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया था। उस दौरान देश में मंडल-कमंडल की लड़ाई चल रही थी। 1990 में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराने की योजना बनाई। 30 अक्टूबर, 1990 को कारसेवकों की बेकाबू भीड़ पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ मस्जिद की ओर बढ़ गई। उस दौरान मुलायम सिंह यादव ने सख्त फैसला लेते हुए पुलिस को गोली चलाने का आदेश दे दिया।

    पुलिस की फायरिंग में हुई थी दर्जनों कारसेवकों की मौत

    पुलिस की फायरिंग में छह कारसेवकों की मौत हो गई थी। उसके दो दिन बाद हजारों कारसेवक हनुमान गढ़ी के करीब पहुंच गए। उस दौरान भी मुलायम सिंह के आदेश पर पुलिस को फायरिंग पड़ी थी। उसमें एक दर्जन कारसेवकों की मौत हो गई थी। उस घटना के बाद मुलायम सिंह को हिंदू विरोधी बना दिया गया। विरोधियों ने उन्हें 'मुल्ला मुलायम' का नाम दे दिया, लेकिन उसके बाद भी वह अपने फैसले के पक्ष में खड़े रहे।

    राममनोहर लोहिया की 36 साल पुरानी योजना के दम पर जीता था चुनाव

    मुलायम सिंह शुरू से ही राममनोहर लोहिया से प्रभावित थे। 1956 में लोहिया और भीमराव अंबेडकर समझौते के तहत एकसाथ आने की योजना बना रहे थे, लेकिन अंबेडकर के निधन से योजना सफल नहीं हो पाई। ऐसे में मुलायम सिंह ने इस योजना को 1992 के चुनाव में लागू करते हुए दलित नेता कांशीराम के साथ गठबंधन का ऐलान कर दिया। इसके दम पर सपा-बसपा गठबंधन को 422 में से 176 सीटें मिली और भाजपा बहुमत से दूर हो गई।

    बाबरी मस्जिद विध्वंस के आरोपी कल्याण सिंह का समर्थन किया

    साल 2009 में भाजपा के दिग्गज नेता कल्याण सिंह ने टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। मुलायम सिंह ने हवा का रुख भांपते हुए उनके समर्थन में जनसभा कर दी। इस फैसले से पार्टी में बगावत हो गई और आजम खान ने उन पर जमकर निशाना साधा था। हालांकि, बाद में कल्याण सिंह चुनाव जीत गए। कल्याण सिंह बाबरी मस्जिद विध्वंस के वक्त मुख्यमंत्री थे और अवमानना मामले में सजा काट चुके थे।

    लगभग दो साल से बीमार चल रहे थे मुलायम सिंह

    बता दें कि मुलायम लगभग दो साल से बीमार चल रहे थे। परेशानी बढ़ने पर उन्हें अक्सर अस्पताल में भर्ती कराया जाता था। पहले भी कई बार उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका था। उन्हें जून और जुलाई में भी अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन जांच के बाद छुट्टी दे दी गई। इसी तरह उन्हें जुलाई, 2021 में पेट के संक्रमण और अगस्त, 2020 में पेशाब नली में संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    मुलायम सिंह यादव
    समाजवादी पार्टी
    उत्तर प्रदेश
    उत्तर प्रदेश की राजनीति

    ताज़ा खबरें

    कृति सैनन कितनी पढ़ी लिखी हैं? जानिए 'शहजादा' अभिनेत्री के बारे में जरुरी बातें कृति सैनन
    राखी सावंत के पति आदिल दुर्रानी को सोमवार तक आर्थर रोड जेल भेजा गया राखी सावंत
    केरल: बीमारी से तंग आकर व्यक्ति ने खुद को जलाया, चिता सजाकर आग में कूदा  केरल
    फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' 9,000 स्क्रीन्स पर होगी रिलीज, 'पठान' से भी आगे   रॉकी और रानी की प्रेम कहानी

    मुलायम सिंह यादव

    मैनपुरी उपचुनाव: सपा उम्मीदवार डिंपल यादव रिकॉर्ड अंतर से जीतीं, भाजपा उम्मीदवार को हराया उत्तर प्रदेश
    राजकीय सम्मान के साथ हुआ मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार, बेटे अखिलेश ने दी मुखाग्नि नरेंद्र मोदी
    दिवंगत मुलायम सिंह यादव पर बन चुकी है बायोपिक, जानिए फिल्म से जुड़ी बातें बॉलीवुड समाचार
    राजकीय सम्मान के साथ पैतृक गांव सैफई में होगा मुलायम सिंह का अंतिम संस्कार योगी आदित्यनाथ

    समाजवादी पार्टी

    उत्तर प्रदेश: रामचरितमानस की प्रतियां जलाने पर 2 सपा कार्यकर्ताओं पर लगाया गया NSA उत्तर प्रदेश
    लखनऊ: समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर लगा 'गर्व से कहो हम शूद्र हैं' का पोस्टर उत्तर प्रदेश
    उत्तर प्रदेश: रामचरितमानस विवाद पर मायावती बोलीं- सपा का राजनीतिक रंग सामने आया उत्तर प्रदेश
    उत्तर प्रदेश: लखनऊ में गिरी इमारत मामले में सपा विधायक का बेटा हिरासत में उत्तर प्रदेश

    उत्तर प्रदेश

    उत्तर प्रदेश: फर्रुखाबाद में छेड़छाड़ करने पर लड़कियों ने की लड़के की धुनाई, वीडियो वायरल फर्रुखाबाद
    उत्तर प्रदेश: लखनऊ के लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में अत्याधुनिक तकनीक से कैंसर रोगियों का सटीक इलाज लखनऊ
    JEE मेन: उत्तर प्रदेश के जुड़वां भाईयों ने किया टॉप, 35 किमी दूर जाते थे पढ़ने  JEE मेन
    उत्तर प्रदेश: यमुना एक्सप्रेसवे पर कार ने व्यक्ति को 10 किलोमीटर तक घसीटा, चालक गिरफ्तार यमुना एक्सप्रेसवे

    उत्तर प्रदेश की राजनीति

    उत्तर प्रदेश में निवेश लाने अमेरिका और कनाडा देशों की यात्रा पर निकले सरकार के प्रतिनिधि उत्तर प्रदेश
    कैसा रहा मुलायम सिंह यादव का पहलवानी के अखाड़े से मुख्यमंत्री बनने तक का सफर? मुलायम सिंह यादव
    उत्तर प्रदेश: अखिलेश यादव की भाजपा सरकार के खिलाफ बड़ी मार्च, पुलिस ने रोका समाजवादी पार्टी
    कौन हैं भूपेंद्र चौधरी और उन्हें उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बनाए जाने के क्या मायने? योगी आदित्यनाथ

    राजनीति की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    Politics Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023