दोपहिया वाहन दुर्घटनाएं कम करने के लिए WHO ने जारी की नई गाइडलाइंस
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ओर से जारी गई रिपोर्ट की मानें तो भारत में सड़क हादसों और उनसे होने वाली मौतों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों को रोकने के लिए दुनियाभर में हेलमेट के उपयोग और पैदल चलने वाली लोगों की सुरक्षा के लिए नई गाइडलाइन जारी की हैं। इस गाइडलाइन का मकसद हेलमेट पहनने के लाभों के बारे में जागरूक करना है।
IIT के विशेषज्ञों की मदद से बनाये गए हैं नए नियम
जानकारी के लिए आपको बता दें कि हेलमेट के उपयोग की नई गाइडलाइन को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के विषेशज्ञों की मदद से बनाया गया है। इस गाइडलाइन के लिए IIT के विषेशज्ञों ने दोपहिया वाहनों के बहुत सारे हादसों के केस स्टडी का सहारा लिया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इनकी मदद से 2030 तक दोपहिया वाहनों के 50 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है।
क्या हैं नई गाइडलाइंस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा साझा की गई नई गाइडलाइन के अनुसार, लोगों को पूरे चेहरे को ढकने वाला हेलमेट पहनना चाहिए। यह चालक के चेहरे और सिर को पूरी तरह को ढकता है और सबसे अधिक सुरक्षा प्रदान करता है। साथ ही अधिक सुरक्षा के लिए हेलमेट को कसकर बांधना चाहिए। WHO के अनुसार, ऐसे हेलमेट के इस्तेमाल से दुर्घटना के दौरान आपके सिर पर लगने वाले गंभीर चोटों को 64 से 74 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
पैदल चलने वाले यात्री भी होते हैं हादसों के शिकार
IIT दिल्ली के विषेशज्ञों की मानें तो पैदल चलने वाले लोग भी बड़ी संख्या में सड़क हादसों के शिकार होते हैं। साल 2013 से 2016 के बीच सड़क दुर्घटना में पैदल चलने वाले लोगों की मौत लगभग दोगुनी हो गई थी। बता दें कि 2021 में भारत में सड़क दुर्घटनाओं में पैदल चलने वालों की मौत को तीसरे स्थान पर रखा गया है, जो कि पिछले साल हुई कुल दुर्घटनाओं का 12 प्रतिशत है।
2030 तक दुर्घटनाओं को कम कर सकती हैं नई गाइडलाइंस
WHO में सेफ्टी एंड मोबिलिटी के प्रमुख डॉ नहान ट्रान ने कहा, "नई नीति निर्माताओं को सेफ मोबिलिटी सिस्टम को बनाने में मदद करेंगी, जो 2030 तक दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों को आधा करने में अहम हैं।" उन्होंने आगे कहा, "खराब बुनियादी ढांचे के साथ, बाइक, स्कूटर और इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन तेजी से बढ़ रहे हैं। इस वजह से हेलमेट का उपयोग जरूरी है। कई केस स्टडी पर आधारित ये नई गाइडलाइंस जीवन बचाने में महत्वपूर्ण काम करेंगी।"
पिछले साल सड़क हादसों में हुई 1.55 लाख मौतें
NCRB की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2021 में 1,55,622 मौतें सड़क हादसों में हुई है। इनमें से 44 प्रतिशत मौतें दोपहिया वाहन चालकों की हुई है। सड़क हादसों में उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 24,711 और तमिलनाडु में 16,685 लोगों की मौत हुई है। साल 2020 में भारत में सड़क हादसों की कुल संख्या 3,66,138 थी, जबकि 2019 में यह 4,49,002 थी। वहीं, दुनियाभर में हर साल 13 लाख लोग सड़क हादसे में अपनी जान गवाते हैं।