मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट, निर्मला सीतारमण ने पेश किया 'बही खाता'
क्या है खबर?
संसद में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आज पहला बजट पेश किया गया।
देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अपना पहला बजट पेश किया।
इस बार बजट को 'बही खाता' का नाम दिया है। हर बार की तरह पारंपरिक ब्रीफकेस की जगह बजट दस्तावेज लाल मखमली कपड़े में लिपटा है।
इसमें युवा, शिक्षा, महिलाओं आदि से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं।
जानकारी
भाषण के दौरान पढ़ा शेर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाषण के दौरान एक शेर भी पढ़ा। उन्होंने कहा, 'यकीं हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट भी लेकर चिराग जलता है।'
बजट भाषण
पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचेगी अर्थव्यवस्था
लोकसभा में बजट संबोधन के दौरान सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सरकार तेजी से काम कर रही है और अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की मदद कर रही है।
उन्होंने अपने भाषण में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान गठित GST काउंसिल का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित किए गए 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रयास जारी है। इस साल अर्थव्यवस्था तीन ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी।
जानकारी
रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म का तरीका सफल
अपने बजट भाषण में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल की तारीफ करते हुए वित्त मंत्री सीतारमण ने GST सुधारों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने दिखाया कि 'रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म' का तरीका सफल हो सकता है।
अर्थव्यवस्था
अर्थव्यवस्था के बारे में कही यह बात
अर्थव्यवस्था के आकार के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था इस साल 3 ट्रिलियन डॉलर का आकार हासिल कर लेगी।
यह फिलहाल दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। पांच साल पहले यह 11वें नंबर पर थी।
उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में 55 साल लगे, लेकिन मन में उम्मीद, विश्वास और आकांक्षा के साथ अर्थव्यवस्था में एक ट्रिलियन डॉलर का इजाफा कर दिया।
कार्गो
कार्गो के लिए नदियों का उपयोग बढ़ाने पर जोर
सीतारमण ने अपने भाषण के दौरान के कहा कि सरकार की भारतमाला, सागरमाला और उड़ान जैसी योजनाएं शहरों और गांवों के बीच आई खाई को पाट रही है। इससे परिवहन की आधारभूत सरंचना में सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा कि सरकार देश में 657 किलोमीटर मेट्रो का काम कर रही है। कार्गो परिवहन के लिए नदियों का उपयोग किया जाएगा। गंगा में कार्गो परिवहन में चार गुणा इजाफा किया जाएगा।
जानकारी
'वन नेशन-वन ग्रिड' का किया जिक्र
उन्होंने अपने भाषण में बेहतर बिजली व्यवस्था के लिए 'वन नेशन, वन ग्रिड' योजना को इस साल अमलीजामा पहनाने की उम्मीद जताई। इससे राज्यों को सस्ती बिजली मिलेगी। उन्होंने कहा कि पॉवर टैरिफ में भी सुधार किए जाएंगे।
घोषणा
नेशनल ट्रांसपोर्ट कार्ड लाने की घोषणा
सीतारमण ने भाषण में नेशनल ट्रासपोर्ट कार्ड (NTC) का भी जिक्र किया। इसका इस्तेमाल रेलवे और बसों में किया जा सकेगा। यह रूपे कार्ड की मदद से संचालित होगा।
इसकी मदद से बस , ट्रेन, हवाई टिकट और पार्किंग का भुगतान किया जा सकता है।
साथ ही उन्होंने अपने भाषण में MRO फॉर्मूला अपनाने की बात कही, जिसका मतलब मैन्यूफैक्चरिंग, रिपेयर और ऑपरेट है।
रेल ढांचे में विकास के लिए उन्होंने 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत बताई।
बजट भाषण
हर योजना के बिंदु में किसान, गांव और गरीब- वित्त मंत्री
वित्त मंत्री ने कहा कि यात्री और माल डिलीवरी सेवाओं के लिए PPP मॉडल इस्तेमाल होगा।
उन्होंने जोर देकर कहा कि गांव, किसान और गरीब सरकार की हर योजना का केंद्र बिंदु है।
सीतारमण ने कहा कि उज्जवला योजना ने लोगों के जीवन को बदला है। उन्होने कहा कि जो नहीं लेना चाहते उन्हें छोड़कर हर ग्रामीण परिवार के पास बिजली और LPG की सुविधा है।
2022 तक सभी के लिए घर योजना के तहत 1.9 करोड़ घर बनाए जाएंगे।
स्वच्छ भारत
स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने 9.6 करोड़ शौचालय
सीतारमण ने 2024 तक हर ग्रामीण घर तक जल पहुंचाने के लिए 'हर घर जल' योजना का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि जल मंत्रालय पीने के पानी पर ध्यान केंद्रित करेगा। जल प्रबंधन सरकार पर सरकार का अहम ध्यान रहेगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों के मन को छुआ है। 2014 में शुरु हुए अभियान के तहत 9.6 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया गया है। 5.6 लाख गांव खुले में शौच से मुक्त हुए हैं।
NPA
NPA में आई कमी- वित्त मंत्री
सीतारमण ने बताया कि पिछले 4 सालों में 4 लाख करोड़ रुपये से ऊपर नॉन-परफॉर्मिंग असेट (NPA) की वसूली की गई और पिछले एक साल में NPA में 1 लाख करोड़ रुपये की कमी आई।
बता दें कि लगातार बैंक घोटालों और कारोबारियों के कर्ज न चुकाने की वजह से अर्थव्यवस्था पर NPA का बोझ बढ़ता है। विपक्ष इसके लिए सरकार पर लगातार हमला भी करता रहता है।