पंजाब विधानसभा चुनाव: कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किया भाजपा के साथ गठबंधन का ऐलान
क्या है खबर?
पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बड़ी खबर सामने आई है।
मुख्यमंत्री पद और कांग्रेस छोड़कर अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा के साथ गठबंधन का ऐलान किया है।
अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर गठबंधन पर चर्चा की थी। इसमें आपसी सहमति होने के बाद उन्होंने ट्वीट कर भाजपा से गठबंधन करने की घोषणा कर दी।
बयान
जीत की संभावनाओं के आधार पर किया जाएगा सीटों का बंटवारा- सिंह
सीटों के बंटवारे पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि इसको लेकर जीतने की संभावना के आधार पर निर्णय किया जाएगा। गठबंधन पर दोनों दलों के बीच काफी दिनों से बात चल रही थी।
उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी भाजपा उम्मीदवारों का समर्थन करेगी और भाजपा उनके उम्मीदवारों का समर्थन करेगी। किस पार्टी के किस सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर अभी और चर्चा की जाएगी। उसके बाद कोई निर्णय किया जाएगा।
बयान
हम विधानसभा चुनाव जीतने के लिए 101 प्रतिशत हैं आश्वस्त- अमरिंदर सिंह
अमरिंदर सिंह ने कहा, 'हम तैयार हैं और हम यह चुनाव जीतने जा रहे हैं। सीट-बंटवारे पर निर्णय सीट-टू-सीट के आधार पर लिया जाएगा। हम पंजाब में होने वाले इस विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर 101 प्रतिशत आश्वस्त हैं।'
वार्ता
दोनों दलों के बीच हुई सात दौर की वार्ता
गठबंधन को लेकर दोनों दलों के बीच सात दौर की वार्ता हुई थी। केंद्रीय मंत्री और पंजाब के भाजपा प्रभारी शेखावत ने शुक्रवार को फिर से कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात की और इसमें भाजपा और लोक कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर डील पक्की हो गई।
इसके बाद शेखावत ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि भाजपा ने पंजाब लोक कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है। सीट शेयरिंग जैसे मुद्दों पर बाद में बात की जाएगी।
रणनीति
भाजपा की है वरिष्ठ साझेदार बनने की रणनीति
भाजपा के अमरिंदर सिंह से गठबंधन के पीछे सबसे बड़ा कारण यह माना जा रहा है कि वह इस चुनाव में वरिष्ठ साझेदार के रूप में उतरना चाहती है।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा दशकों तक पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन में जूनियर साझेदार थी। इस बार वह अमरिंदर सिंह की पार्टी के साथ वरिष्ठ साझेदार की भूमिका में रहना चाहती है। इससे साफ है कि भाजपा की ओर से ज्यादा सीटों की मांग की जाएगी।
पृष्ठभूमि
अमरिंदर सिंह ने सितंबर में छोड़ा था मुख्यमंत्री पद
बता दें कि पंजाब कांग्रेस में खींचतान के बीच कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के दबाव पर अमरिंदर सिंह ने 18 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसके बाद 29 सितंबर को उनके केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के बाद उनके भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया था।
इसके बाद 20 अक्टूबर को उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था।
ऐलान
अमरिंदर सिंह ने 2 नवंबर को किया था अपनी पार्टी के नाम का ऐलान
अमरिंदर सिंह ने चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद 2 नवंबर को पहले तो कांग्रेस से अधिकारिक रूप से इस्तीफा दिया था और उसके कुछ देर बाद ही अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान कर दिया था।
उसके बाद से ही भाजपा और उनकी पार्टी के बीच गठबंधन होने के कयास लगाए जा रहे थे। भाजपा और अमरिंदर सिंह ने भी इसके संकेत दे दिए थे। अब दोनों दलों के बीच लंबी बातचीत के बाद गंठबंधन हो गया।
विधानसभा चुनाव
पंजाब में अगले साल होने हैं विधानसभा चुनाव
पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इनमें कई पार्टियों में मुकाबला होने जा रहा है।
सत्तारूढ़ कांग्रेस अभी रेस में थोड़ी आगे चल रही है, लेकिन अकाली दल बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन करके उसे चुनौती देने की कोशिश में है। अभी राज्य में मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभा रही आम आदमी पार्टी (AAP) भी सबको चौंकाने का माद्दा रखती है, हालांकि कोई बड़ा चेहरा न होना पार्टी को नुकसान पहुंचा रहा है।