लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी का कांग्रेस से सवाल- क्या नेहरू भी चाहते थे हिंदू राष्ट्र?
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर आज लोकसभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे रंग में नजर आए। लगभग 100 मिनट के अपने भाषण में उन्होंने न केवल अपनी सरकार के काम गिनाए बल्कि कांग्रेस और विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा। नागरिकता कानून (CAA) पर ऐतिहासिक संदर्भों का जिक्र करते हुए उन्होंने कांग्रेस से सवाल पूछा डाला कि क्या जवाहरलाल नेहरू भी सांप्रदायिक थे और हिंदू राष्ट्र चाहते थे?
नेहरू-लियाकत समझौते का जिक्र कर ये बोले प्रधानमंत्री मोदी
अपने भाषण में नेहरू-लियाकत समझौते का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "1950 में नेहरू-लियाकत समझौता हुआ। इस समझौते का आधार था कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव नहीं होगा। नेहरू जैसे एक बड़े, धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति, एक महान विचारक और आपके लिए सबकुछ। उन्होंने उस समय वहां के अल्पसंख्यकों के बजाय सारे नागरिक शब्द का प्रयोग क्यों नहीं किया? नेहरू जी समझौते में पाकिस्तान के अल्पसंख्यक शब्द पर कैसे मान गए? कुछ तो वजह रही होगी।"
"अल्पसंख्यक शब्द का प्रयोग क्यों किया, खुद नेहरू देकर गए जबाव"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "जो हम बता रहे हैं, वही बात नेहरू जी ने उस समय बताई थी। नेहरू ने अल्पसंख्यक शब्द क्यों प्रयोग किया, उसका जवाब वह खुद देकर गए। नेहरू-लियाकत समझौता साइन होने से एक साल पहले नेहरू ने असम के मुख्यमंत्री गोपीनाथ को एक पत्र लिखा था जिसमें लिखा था- आपको हिंदू शरणार्थियों और मुस्लिम प्रवासियों के बीच फर्क करना होगा और देश को इन शरणार्थियों की जिम्मेदारी लेनी ही पड़ेगी।"
संसद में नेहरू के दो बयानों का भी दिया हवाला
अन्य घटनाओं को जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "5 नवंबर, 1950 को नेहरू ने इसी संसद में कहा था- इसमें कोई संदेह नहीं है कि जो प्रभावित लोग भारत में रहने के लिए आए हैं वे नागरिकता के हकदार हैं और अगर इसके लिए कानून अनुकूल नहीं हैं तो उनमें बदलाव किया जाना चाहिए। 1953 में लोकसभा में नेहरू ने कहा कि पूर्वी पाकिस्तान में वहां का प्रशासन हिंदुओं पर जबरदस्त दबाव बना रहा है।"
क्या पंडित नेहरू सांप्रदायिक थे- प्रधानमंत्री मोदी
इन घटनाओं का हवाला देने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस से सवाल किया, "क्या पंडित नेहरू सांप्रदायिक थे? क्या पंडित नेहरू हिंदू राष्ट्र बनाने चाहते थे, जो उन्होंने ये बातें कहीं? आज हमारी सरकार अपने राष्ट्र निर्माताओं की भावना के अनुसार चल रही है।"
"लोगों के कानून मानने से इनकार करने पर अराजकता की राह पर जाएगा देश"
CAA पर एक बार फिर सफाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "CAA से हिंदुस्तान के किसी भी नागरिक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला। चाहे वो मुस्लिम हो, हिंदू हो, सिख हो या अन्य किसी धर्म को मानने वाला हो।" CAA विरोधी प्रदर्शनों पर उन्होंने विपक्ष से उसके रूख की समीक्षा करने की अपील की और चेतावनी देते हुए कहा कि लोगों का कानून मानने से इनकार करना देश को अराजकता की राह पर ले जा सकता है।
"कांग्रेस के लिए वो केवल मुस्लिम, हमारी नजर में वो भारतीय"
कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए मोदी ने कहा, "कांग्रेस और उसके जैसे दल जिस दिन भारत को भारत की नजर से देखना शुरु करेंगे, उस दिन उन्हें अपनी गलती का अहसास होगा। हमें याद दिलाया जा रहा है कि क्विट इंडिया और जय हिंद का नारा देने वाले मुस्लिम ही थे। दिक्कत यही है कि कांग्रेस की नजर में ये लोग हमेशा ही सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम थे। लेकिन हमारे लिए, हमारी नजर में वो भारतीय हैं, हिंदुस्तानी हैं।"
राहुल गांधी पर भी साधा निशाना
अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। युवाओं के छह महीने में प्रधानमंत्री मोदी को डंडे मारने के राहुल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, "मैंने भी तय किया है कि छह महीने में सूर्य नमस्कार की संख्या बढ़ा दूंगा। 20 साल से मैंने जिस प्रकार से गंदी गाली सुनकर खुद को गालीप्रूफ बना दिया है तो छह महीने ऐसी मेहनत करूंगा कि मेरी पीठ को हर डंडा सहने की ताकत मिले।"
इशारों-इशारों में राहुल को बोला 'ट्यूबलाइट'
प्रधानमंत्री मोदी के इस हमले का जवाब देने के लिए जब राहुल खड़े हुए तो उन्होंने इस पर भी तंज कस डाला। उन्होंने कहा, "मैं 30-40 मिनट से बोल रहा था, लेकिन करंट पहुंचते-पहुंचते इतनी देर लगी। बहुत सी ट्यूबलाइट का ऐसा ही होता है।"
"महात्मा गांधी आपके लिए ट्रेलर, हमारे लिए जिंदगी"
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी जब अपना भाषण देने के लिए खड़े हुए तो महात्मा गांधी पर अनंत कुमार हेगड़े के विवादित बयान को लेकर विपक्ष ने 'महात्मा गांधी अमर रहें' के नारे लगाए। हंगामे को देखकर प्रधानमंत्री मोदी ने सवाल किया, "बस इतना ही?" कांग्रेस के लोकसभा नेता अधीर रंजन चौधरी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि ये तो अभी ट्रेलर है। जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आपके लिए गांधी ट्रेलर होंगे, हमारे लिए गांधी जी जिंदगी हैं।"