मेरठ के SP की प्रदर्शनकारियों को धमकी, कहा- पाकिस्तान चले जाओ; वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर चलने वाली धमकियां अब पुलिसकर्मियों की जुबान पर आ गई हैं। मेरठ सिटी के पुलिस अधीक्षक SP ने स्थानीय लोगों को 'पाकिस्तान जाने' की बात कही है। ट्विटर पर इस घटना का वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है। बता दें कि 20 दिसंबर को मेरठ में नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इन प्रदर्शनों में चार लोगों की मौत हो गई थी। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
"पाकिस्तान चले जाओ"
यह घटना मेरठ के लिसारी गेट इलाके की है। यहां पुलिस प्रदर्शनकारियों का पीछा करते हुए एक गली में आती है। इसके बाद सिटी SP अखिलेश एन सिंह वहां खड़े तीन लोगों से कहते हैं, "ये जो काली और पीली पट्टी बांधे हुए हैं इनसे कह दो पाकिस्तान चले जाओ। खाओगे यहां का, गाओगे कहीं और का। यह गली मुझे याद हो गई है और जब मुझे याद हो जाता है तो मैं नानी तक पहुंच जाता हूं।"
एक-एक आदमी को जेल में बंद करुंगा- SP
वीडियो में देखा जा सकता है कि अन्य पुलिसकर्मियों के साथ खड़े SP उन तीन लोगों को चेतावनी देते हुए कह रहे हैं, "अगर कुछ हो गया तो तुम लोग कीमत चुकाओगे। हर एक-एक आदमी को जेल में बंद करुंगा।"
यहां देखिये घटना का वीडियो
SP का इस विवाद पर क्या कहना है?
इंडियन एक्सप्रेस ने जब SP सिंह से प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने अपने बचाव में कहा कि कुछ असामाजिक तत्व पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। उन्होंने कहा, "हम देखने गए थे कि कौन पाकिस्तान के नारे लगा रहा है। जब हम फोर्स के साथ वहां पहुंचे तो नारे लगाने वाले लोग भाग गए। हमें वहां पर 3-4 ऐसे लोग मिले हैं जो मामला बढ़ाना चाहते थे। हमने स्थानीय लोगों से बात की थी।"
उत्तर प्रदेश सरकार का कठोर रवैया
उत्तर प्रदेश में इस कानून के खिलाफ प्रदर्शनों में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। वहीं राज्य सरकार भी प्रदर्शनों में हिंसा भड़काने के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सरकार ऐसे लोगों से बदला लेगी। अभी तक सरकार सैंकड़ों लोगों को सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के बदले भरपाई के नोटिस भेज चुकी है।
नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में हो रहे हैं प्रदर्शन
शीतकालीन सत्र में संसद से पास हुए नागरिकता संसोधन कानून का देशभर में विरोध हो रहा है। उत्तर प्रदेश में ये प्रदर्शन सबसे ज्यादा हिंसक हुए और यहां पर 15 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। अकेले मेरठ में चार लोगों की गोली लगने से मौत हुई है। इस कानून का विरोध कर रहे लोगों का कहना है यह कानून नागरिकता देने के लिए धर्म के आधार पर भेदभाव करता है। इसलिए यह देश के संविधान के खिलाफ है।