हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बने सुखविंदर सिंह सुक्खू कौन हैं?
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। शिमला में शनिवार को विधानसभा परिसर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए सुक्खू के नाम का ऐलान किया गया था। सुक्खू ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। उनके साथ उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को भी शपथ दिलाई गई। आइए जानते हैं कैसा रहा सुक्खू का राजनीतिक सफर।
1964 में हुआ था का जन्म
सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म 27 मार्च, 1964 को हमीरपुर जिले के नादौन में हुआ था। उनके पिता रसील सिंह हिमाचल पथ परिवहन निगम में चालक थे। सुक्खू अपने चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर हैं। उनके बड़े भाई राजीव भारतीय सेना से रिटायर हो चुके हैं, जबकि दो बहनें उनसे छोटी हैं। सुक्खू की 11 जून, 1998 को कमलेश ठाकुर से शादी हुई थी और इनकी दो बेटियां हैं।
LLB की पढ़ाई के दौरान राजनीति में आए थे सुखविंदर सिंह सुक्खू
सुक्खू की शुरुआती स्कूली शिक्षा शिमला में हुई थी। वहीं LLB की पढ़ाई के दौरान वह कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) से जुड़े थे। सुखविंदर सिंह सुक्खू 1998 से 2008 तक हिमाचल प्रदेश की युवा कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके बाद उन्होंने शिमला में दो बार नगरपालिका चुनाव जीता और फिर 2008 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के सचिव बनाए गए।
चौथी बार विधायक चुने गए हैं सुक्खू
पेशे से वकील सुक्खू ने एक जमीनी नेता के तौर पर अपनी पहचान बनाई है। वे 2013 से 2019 तक हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष भी रहे थे। उन्होंने हमीरपुर जिले की नादौन विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है, जहां उन्होंने भाजपा उम्मीदवार विजय कुमार को 3,363 वोटों से हराया। उन्होंने 2017 में भी इसी सीट से जीत दर्ज की थी। वह इससे पहले 2003 में भी विधायक चुने गए थे।
सुक्खू ने गांधी परिवार का जताया आभार
मुख्यमंत्री के तौर पर नामित किए जाने के बाद सुक्खू ने कहा, "मैं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और प्रदेश की जनता का आभारी हूं। हमारी सरकार बदलाव लाएगी। हिमाचल के लोगों से किए गए वादों को पूरा करना मेरी जिम्मेदारी है। हमें प्रदेश के विकास के लिए काम करेंगे।" उन्होंने आगे कहा कि वो उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ मिलकर टीम की तरह काम करेंगे।
कौन है उपमुख्यमंत्री बनने वाले मुकेश अग्निहोत्री?
पांच बार के विधायक और हिमाचल प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में एक हैं। 58 वर्षीय अग्निहोत्री करीब 20 साल पहले पत्रकारिता छोड़कर राजनीति में आए थे और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2003 में हरोली सीट से पहली बार विधायक चुने गए। उन्होंने इसके बाद 2007, 2012, 2017 और 2022 में इसी सीट से जीत दर्ज की। अग्निहोत्री 2012 से 2017 तक पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को मिला है स्पष्ट बहुमत
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है और उसने राज्य की 68 में से 40 सीटों पर जीत दर्ज की है। पिछले पांच साल से सत्ता पर काबिज भाजपा को 25 सीटों से संतोष करना पड़ा है। आम आदमी पार्टी (AAP) अपना खाता भी नहीं खोल पाई है, वहीं तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं। कांग्रेस की जीत के साथ ही हिमाचल में हर पांच साल पर सरकार बदलने का चलन बरकरार रहा है।