नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार ली भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ, अमित शाह बनेंगे मंत्री
नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित भव्य समारोह में मोदी ने शपथ ली। इस मौके पर BIMSTEC देशों के नेता, देश के बड़े नेता और नवनियुक्त सासंद मौजूद रहे। इनके अलावा कई जानी-मानी हस्तियों को भी समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी के बाद दूसरे केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली।
शपथ लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी
लोकसभा चुनावों में भाजपा ने हासिल की प्रचंड जीत
भारतीय जनता पार्टी ने सात चरणों में हुए लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की थी। भाजपा ने अपने दम पर 303 और उसके नेतृत्व वाले NDA ने 351 सीटों पर जीत हासिल की है।
क्या होती है केंद्रीय कैबिनेट?
भारत सरकार के मंत्रिमंडल में दो तरह के मंत्री होते हैं- कैबिनेट और राज्य मंत्री। मंत्रालयों का प्रभार संभालने वाले वरिष्ठ मंत्रियों को कैबिनेट मंत्री कहा जाता है, जबकि राज्य मंत्री उनके जूनियर सहयोगी होते हैं। कैबिनेट मंत्रियों के समूह को केंद्रीय कैबिनेट कहते हैं और ये सरकार के कामकाज से जुड़े अहम फैसले लेती है। सभी कैबिनेट मंत्री प्रधानमंत्री को रिपोर्ट देते हैं। मंत्रालयों के निर्धारण में विजयी पार्टी और उसके सहयोगियों का आपसी तालमेल और अंकगणित अहम है।
यहां देखिये शपथ समारोह
राजनाथ, अमित शाह और गडकरी ने ली शपथ
प्रधानमंत्री मोदी के बाद दूसरे नंबर पर राजनाथ सिंह ने शपथ ली। राजनाथ सिंह के बाद तीसरे नंबर पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शपथ ली। उनके नाम पर काफी समय से सस्पेंस बरकरार था। शपथ के बाद यह साफ हो गया है कि अमित शाह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अहम भूमिका निभाएंगे। अमित शाह के बाद नितिन गडकरी ने शपथ ली। नितिन गडकरी मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में सड़क और परिवहन मंत्री थे।
निर्मला सीतारमण ने ली मंत्री पद की शपथ
डीवी सदानंद गौड़ा को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में एक बार फिर मंत्री पद दिया गया है। उन्होंने नितिन गडकरी के बाद मंत्री पद की शपथ ली। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रक्षा मंत्रालय जैसा अहम मंत्रालय संभालने वालीं निर्मला सीतारण ने मंत्री पद की शपथ ली है। उन्होंने सदानंद गौड़ा के बाद शपथ ली। इस बार माना जा रहा है कि उन्हें फिर से कोई अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
पासवान, तोमर और रविशंकर प्रसाद ने ली शपथ
बिहार की लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया रामविलास पासवान ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में पासवान के पास उपभोक्ता मंत्रालय की जिम्मेदारी थी। पासवान की पार्टी ने JD(U) और भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। रामविलास पासवान के बाद नरेंद्र सिंह तोमर ने पद की शपथ ली। तोमर के बाद रविशंकर प्रसाद ने शपथ ली। रविशंकर पिछली सरकार में कानून और आईटी मंत्री रहे थे।
मोदी को शपथ लेते हुए देखतीं उनकी मां
पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर ने ली मंत्री पद की शपथ
प्रसाद के बाद हरसिमरत कौर बादल ने शपथ लीं। वो दूसरी बार मंत्री बनी हैं। उनके बाद थावरचंद गहलोत ने शपथ ली। गहलोत के बाद विदेश सचिव रह चुके एस जयशंकर ने शपथ ली। पूर्व नौकरशाह जयशंकर को राज्यसभा के जरिए संसद में भेजा जाएगा।
कौन बन सकता है मंत्रिमंडल का हिस्सा?
किसी भी व्यक्ति को मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाया जा सकता है। अगर वो व्यक्ति संसद का हिस्सा नहीं है तो उसे 6 महीने के अंदर लोकसभा या राज्य सभा के जरिए चुनकर संसद में आना होता है।
अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी और डॉक्टर हर्षवर्धन ने ली शपथ
उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाले रमेश पोखरियाल ने जयशंकर के बाद शपथ ली। उनके बाद अर्जुन मुंडा ने शपथ ली। मुंडा झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। अर्जुन मुंडा के बाद स्मृति ईरानी ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। ईरानी ने अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराया था। ईरानी मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में कई मंत्रालयों का प्रभार देख चुकी हैं। ईरानी के बाद डॉक्टर हर्षवर्धन ने मंत्री पद की शपथ ली।
प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान फिर बनेंगे मंत्री
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मानव संसाधन मंत्रालय का प्रभार देख चुके प्रकाश जावड़ेकर ने भी मंत्री पद की शपथ ली। प्रकाश जावडेकर के बाद पीयूष गोयल ने शपथ ली। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्होंने रेल और वित्त मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे थे। गोयल के बाद ओडिशा से आने वाले धर्मेंद्र प्रधान ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। पिछली सरकार में उनके पास पेट्रोलियम मंत्रालय का प्रभार था।
इन नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ
मुख्तार अब्बास नकवी ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। नकवी के बाद प्रह्लाद जोशी, महेंद्रनाथ पांडे, अरविंद सावंत, गिरिराज सिंह, गजेंद्र सिंह शेखावत और संतोष गंगवार ने मंत्री पद की शपथ ली।
मंत्रीमंडल में शामिल नहीं होगी JD(U)
बिहार के मुख्यंत्री और NDA के वरिष्ठ सहयोगी नीतीश कुमार ने कहा है कि उनकी पार्टी सरकार में शामिल नहीं होगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी JD(U) को केवल एक मंत्री पद दिया जा रहा था, जो उन्हें मंजूर नहीं था। नीतीश ने कहा कि वो NDA और भाजपा के साथ मजबूती से खड़े हैं, लेकिन फिलहाल मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होंगे। बता दें, बिहार में भाजपा और JD(U) ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था।