मनीष सिसोदिया ने जेल में बिताए दिनों के बारे में बताया, बोले- मूड बदलता था
दिल्ली की शराब नीति मामले में कथित भ्रष्टाचार को लेकर जेल में बंद रहे पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फिर से अपनी दैनिक राजनीतिक गतिविधियों में जुट गए हैं। जेल से बाहर आने पर उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया से तिहाड़ जेल में बिताए 530 दिनों के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि जेल में उनका मूड हर समय बदलता रहता था। उन्होंने बताया कि इतने दिन की लड़ाई ने उनको सकारात्मक परिणाम दिए हैं।
कई चीजों के बारे में सोचकर मन विचलित होता था- सिसोदिया
उन्होंने बताया कि जेल में जब कभी वह टीवी पर समाचार देखते समय या अपने स्वयं के मामले में भाग्य के बारे में सोचते हुए उनका मूड बदलने लगता था। उन्होंने बताया कि देश में सामान्य राजनीतिक प्रवचन के कारण उन्हें जेल के अंदर अजीब लगता था। इस बीच हाथरस कांड और पहलवानों के साथ जो सलूक हुआ, उसकी खबरों ने भी उन्हें विचलित किया। उन्होंने बताया कि इन सभी घटनाओं से वह काफी परेशान और घुटन महसूस करते थे।
राजा रुक्मी की सेना जैसा महसूस किया- सिसोदिया
सिसोदिया ने बताया कि उन्होंने जेल में रहने के दौरान महाभारत के पात्र राजा रुक्मी की सेना जैसा महसूस हुआ। बता दें, राजा रुक्मी को कौरव और पांडवों में से किसी ने अपने पक्ष में नहीं लिया था और उन्होंने बाहर से युद्ध देखा था। उन्होंने कहा कि जब वह जेल में थे, तब लोकसभा चुनाव 2024 चल रहे थे, ऐसे में उन्हें राजा रुक्मी के एक सैनिक की तरह महसूस हुआ, जो लड़ नहीं सकता और बेचैन रहता है।
विधानसभा चुनाव जीतना लक्ष्य
उन्होंने कहा, "एक योद्धा की भावनाओं की कल्पना करें, जिसे युद्ध जारी रहने पर सीमित या अलग-थलग कर दिया गया हो। मैंने वह जीवन जिया है। यह दर्दनाक था।" आगे उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करना है। उन्होंने पार्टी में अपनी जिम्मेदारी को लेकर कहा कि वह इसके बारे में कुछ नहीं सोच रहे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जो काम उन्हें सौंपेंगे वह उसे करेंगे, उनकी प्राथमिकता चुनाव जीतना है।
9 अगस्त को जेल से बाहर आए हैं सिसोदिया
सुप्रीम कोर्ट ने 9 अगस्त को कुछ शर्तों के साथ मनीष सिसोदिया को जमानत दी है। कोर्ट ने सिसोदिया को 10 लाख रुपये का मुचलका भरने को कहा है। साथ ही उनको अपना पासपोर्ट सरेंडर करना होगा और हर सोमवार को थाने में हाजिरी लगानी होगी। उनका मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रवेश प्रतिबंध नहीं होगा। बता दें कि सिसोदिया को फरवरी 2023 में पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और उसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था।