कौन बनेगा देश का अगला प्रधानमंत्री? मतगणना शुरू
लोकसभा चुनावों केे नतीजे आज घोषित किए जाएंगे। मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो चुकी है। लोगों को निगाहें इन नतीजों पर टिकी हुई है। सबके मन में यही सवाल है कि क्या नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बन पाएंगे या कोई नया चेहरा इस कुर्सी पर बैठेगा? हम आपको चुनावों से जुड़ी हर अपडेट सबसे पहले देते रहेंगे। मतगणना के रूझानों और और नतीजों से जुड़ी भरोसेमंद खबरें सबसे पहले जानने के लिए न्यूजबाइट्स के साथ बने रहिए।
एग्जिट पोल में भाजपा का पलड़ा भारी
सात चरणों में हुए चुनावों के बाद आए एग्जिट पोल के अनुमानों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को फिर से बहुमत मिलता दिख रहा है। अधिकतर एग्जिट पोल के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला NDA फिर सत्ता में आ रहा है। अगर ऐसा होता है तो एक बार फिर नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। वहीं विपक्षी नेताओं ने एग्जिट पोल के अनुमानों को गलत बताया है।
विपक्ष को उम्मीद- इस बार नहीं खिलेगा कमल
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस समेत अधिकतर विपक्षी दलों ने एग्जिट पोल के अनुमानों को खारिज किया है। विपक्ष का कहना है कि चुनावों के नतीजे एग्जिट पोल से अलग रहेंगे।
इन सीटों पर रहेंगी सबकी निगाहें
आज के नतीजों में देश की सियासत के कई बड़े चेहरों की किस्मत का फैसला हो जाएगा। अमेठी, बेगूसराय, भोपाल, आजमगढ़, रामगढ़, चंडीगढ़, नागपुर, शिवगंगा, लखनऊ, बेंगलुरू दक्षिण, पाटलीपुत्र, गांधीनगर, गोरखपुर, गुरदासपुर समेत दिल्ली की सभी सीटों पर लोगों की नजरें टिकी हैं। एग्जिट पोल के अनुमानों के मुताबिक, भाजपा राजस्थान, गुजरात, हरियाणा आदि राज्यों में बड़े अंतर से जीतने जा रही है। ऐसे में देखना होगा कि क्या ये अनुमान नतीजों में बदल पाते हैं।
2014 में ये रहे थे नतीजे
आपको बता दें कि 2014 में हुए लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक बहुमत मिला था। कुल 543 सीटों में भाजपा को 282 सीटें मिली। यह बहुमत के आंकड़े से 10 ज्यादा थी। 2004 से 2014 तक सत्ता में रही कांग्रेस महज 44 सीटों पर सिमट गई थी। इस बार भाजपा को उम्मीद है कि उसे फिर से बहुमत मिलेगा, वहीं कांग्रेस अपनी वापसी की राह देख रही है।
दुनिया का सबसे बड़े चुनाव
17वीं लोकसभा के चुनाव के लिए देशभर में 10.3 लाख पोलिंग स्टेशनों पर वोट डाले गए थे। इस बार चुनावों में 67.11 मतदाओं ने वोट डाला। यह दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। देशभर में 90.99 करोड़ लोग वोट डालने के योग्य थे। लोकसभा की कुल 543 लोकसभा सीटों में से 542 सीटों पर चुनाव हुआ है। पैसे से दुरुपयोग से चुनाव प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए चुनाव आयोग ने वेल्लोर सीट पर चुनाव रद्द कर दिया था।
ये मुद्दे रहे हावी
इन लोकसभा चुनावों में राष्ट्रवाद का मुद्दा सबसे हावी रहा। भाजपा ने अपने प्रचार अभियान में राष्ट्रवाद, अपनी सरकार में किए कामों और प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर लोगों से वोट मांगे। वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर सांप्रदायिकता फैलाने, देश में बढ़ी बेरोजगारी और खराब अर्थव्यवस्था को मुद्दा बनाया। इसके अलावा राहुल गांधी ने अपने भाषणों में राफेल डील को बड़ा मुद्दा बनाया। उन्होंने राफेल डील में हुए भ्रष्टाचार को लेकर सरकार पर सवाल उठाए।